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उत्तराखंड: उधम सिंह नगर में कोरोना रिपोर्ट न होने के कारण पुलिस ने रुकवाई शादी, बगैर दुल्हन लौटी बारात

उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में एक बारात आई थी. निकाह की रस्म अभी शुरू ही हुई थी कि हंगामा शुरू हो गया. एक महिला ने खुद को युवक की पहली पत्नी बताते हुए उसपर दूसरी शादी करने का आरोप लगाया और शादी रुकवा दी. मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने दूल्हे के पास कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट पास न होने का हवाला देकर शादी रुकवा दी और बगैर दुल्हन के ही दूल्हे को घर वापस भेज दिया.

जानकारी के मुताबिक उधम सिंह नगर के काशीपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. मुरादाबाद से आई एक बारात में शादी की रस्म की तैयारी में रंग में भंग पड़ गया. शादी की तैयारियों के बीच एक महिला ने दूल्हे की पहली पत्नी होने का दावा करते हुए हंगामा काटा. मामले की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई और दूल्हे समेत कुछ लोगों को कटोराताल पुलिस चौकी में ले गई. हालांकि, पुलिस ने कोरोना से जुड़े नियमों के उल्लंघन का मामला बताते हुए बारात को वापस लौटा दिया. मामला यूपी के जिला मुरादाबाद का है और दूल्हे की पत्नी होने का दावा करने वाली महिला पत्नी होने का कोई सबूत नहीं दे पाई. फिलहाल पुलिस ने कोरोना ई-पास और आरटीपीसीआर रिपोर्ट का हवाला देते हुए निकाह कराए बगैर दूल्हे को बारात समेत वापस भेज दिया.

मुरादाबाद के काजीपुरा से आई थी बारात

बारात यूपी के मुरादाबाद जिले के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के ग्राम काजीपुरा से आई थी. समिद मलिक बारात लेकर जसपुर खुर्द कचहरी पहुंचे थे. निकाह की रस्मों के लिए मोहल्ला काजीबाग स्थित एक मदरसे में इंतजाम किया गया था. अभी बारातियों का खाना भी शुरू नहीं हो पाया और न ही निकाह की रस्में पूरी हुई थीं कि इसी बीच दूल्हे समिद मलिक की पूर्व पत्नी बता संभल निवासी एक महिला आ धमकी और खुद को दूल्हे की पहली पत्नी होने का दावा करते हुए वहां हंगामा काट दिया. यह सब देख बारात और लड़की पक्ष वाले सब दंग रह गए. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस उस महिला एवं दूल्हे समेत कुछ लोगों को कटोराताल पुलिस चौकी ले गई.

जून में ही हुआ था तलाक, दूल्हे ने दिखाए कागजात

पुलिस चौकी में महिला ने बताया कि आठ साल पहले 2014 में उसका निकाह समिद के साथ हुआ था. महिला ने आरोप लगाया कि अब वह उसे बताए बगैर दूसरी शादी करने आ गया है. वर पक्ष ने महिला के आरोप खारिज करते हुए दावा किया कि महिला के साथ समिद का तलाक हो चुका है. 23 जून को ही आपसी सहमति से तलाक लिया जा चुका है. दूल्हे पक्ष की ओर से अपने दावे के समर्थन में नोटरी किए कई कागजात और उनकी छायाप्रति भी दिखाई गई. दूल्हे ने महिला के साथ 50 हजार में मामला निपटाने की बात कही और कहा कि वह पांच लाख की मांग कर रही है.

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी

काशीपुर थाने के एसएसआई देवेंद्र गौरव ने कहा कि बारात को इस वजह से वापस लौटाया गया है क्योंकि इन लोगों ने कोविड नियमों का उल्लंघन कर उत्तराखंड में प्रवेश किया था. उन्होंने कहा कि किसी के पास भी आरटीपीसीआर रिपोर्ट और ई-पास नहीं है. पुलिस का यह भी कहना है कि दूल्हे की पत्नी होने का दावा करने वाली महिला इस बात का कोई सबूत नहीं दे पाई और यह मामला यूपी के संभल मुरादाबाद क्षेत्र का है. दूल्हे पक्ष की ओर से कुछ एफिडेविट पेश किये गए हैं जिसमें तलाक की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है हालांकि महिला इस बात से इनकार कर रही है. दोनों पक्षों की ओर से मामला अपने क्षेत्र में निपटाने की बात कही गई है.