इजरायल ने बीती रात गाजा में हमास के ठिकानों और लेबनान में हिजबुल्ला के अड्डों पर हवाई हमले किए। सीरिया में स्थित ईरान व हिजबुल्ला के ठिकानों और शस्त्रागारों पर भी इजरायल ने हमले किए। लेबनान के हवाई हमले में हिजबुल्ला के वरिष्ठ कमांडर विसम अल ताविल के मारे जाने की सूचना है। अल ताविल को सीमा के नजदीक ड्रोन हमले में उस समय मारा गया जब वह साथियों के साथ वाहन में जा रहा था।
हिजबुल्ला ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए इजरायल को बड़ी कीमत चुकाने की चेतावनी दी है। इजरायली हमलों में गाजा में मरने वालों की संख्या 23 हजार के पार हो गई है। बीते 24 घंटों में मरने वाले फलस्तीनियों की संख्या 249 रही जबकि 510 लोग घायल हुए। चालू वर्ष में एक दिन में मारे गए फलस्तीनियों की यह सबसे बड़ी संख्या है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की इजरायल यात्रा से ठीक पहले गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़ी है। सोमवार को ब्लिंकन इस युद्ध की तपिश कम करने लिए यूएई और सऊदी अरब में थे। रविवार रात जबालिया क्षेत्र में शरणार्थियों से भरी चार मंजिला इमारत पर इजरायल के हवाई हमले में 70 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में महिलाओं और बच्चों की बड़ी संख्या है।
इजरायली सेना के अनुसार, उसके हवाई हमलों में गाजा में हमास के 30 ठिकाने निशाना बने हैं। इनमें खान यूनिस में बना हमास का भूमिगत अड्डा और शस्त्रागार भी शामिल थे। इस दौरान ड्रोन हमले में इजरायल पर राकेट दागने की तैयारी कर रहे दस हमास लड़ाकों को भी मारा गया।
खान यूनिस में एक ऐसी बहुमंजिली इमारत को निशाना बनाया गया जिसमें हमास के लड़ाके मौजूद थे और उनमें से एक लड़ाका छत से इजरायली सेना की खुफियागीरी कर रहा था। मध्य गाजा में एक ऐसी सुरंग को भी निशाना बनाया गया जिसमें हथियारों के जखीरे और अमेरिकी मुद्रा डालर के साथ लड़ाके मौजूद थे। मेघाजी में हमास के एक ऐसे शस्त्रागार को निशाना बनाया गया जिसमें लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी रखी थीं।
इजरायल के लड़ाकू विमानों ने रात में दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला के कई ठिकानों पर हमले किए। जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें मारवीन गांव में बना हिजबुल्ला का सैन्य अड्डा प्रमुख है। हिजबुल्ला के ठिकानों पर हमलों में इजरायली सेना के अटैक हेलीकाप्टरों और ड्रोनों ने भी हिस्सा लिया।