झारखंड के रायगढ़ जिले के घरघोड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां एक पिता ने मानसिक रूप से कमजोर बेटी को तीन हजार रुपये में बेच दिया। खरीदने वाला युवक लड़की को अपने घर ले गया फिर अपने पिता के साथ मिलकर नाबालिग लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा। इस दौरान जब लड़की गर्भवती हो गई तो उसे लावारिस छोड़ दिया। जब मामला नारी निकेतन पहुंचा तब पीड़िता के पिता के साथ-साथ युवक और उसके पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
मानसिक रूप से कमजोर बेटी को बेचा नाबालिग का पिता पुलिस के गिरफ्त में है लेकिन युवक और उसके पिता अभी फरार चल रहे हैं। शोषण का शिकार गर्भवती लड़की सड़कों पर भटक रही थी देखने में उसकी मानिसक हालत ठीक नहीं लग रही थी। इस पर अमलीडीह घरघोड़ा के सरपंच और मितानिन ने महिला हेल्प लाइन रायपुर को जानकारी दी। संपर्क करके बीते 18 मई को सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ के माध्यम से बदहवास घूम रही युवती की हालत देख उसे घरघोड़ा स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। 19 मई को उसने बच्चे को जन्म दिया।
पीड़िता का अब दर्ज हुआ बयान करीब 4 महीने इलाज के हाद युवती की मानसिक स्थिति ठीक हुई तो उसने अपना दर्द बयां किया। रायगढ़ लाने के बाद पांच महिला अधिकारियों की मौजूदगी में काउसंलिंग के माध्यम से अपना बयान दिया। पीड़िता के बयान को हर कोई सुन कर दंग रह गया। उसने बताया कि घर में सब उसे प्रताड़ित करते थे। गर्भवती होने पर बाप-बेटे ने छोड़ दिया उसके घर पर तमनार के पेलमा निवासी दीपक व उसके पिता का आना-जाना था। इस पर पिता ने उसे तीन हजार रुपये में बेच दिया। दीपक व उसके पिता उसे अपने साथ ले गए और दुष्कर्म करते रहे। जब वह उनके पास थी उस समय वह नाबालिग थी। इसी बीच वह उनसे गर्भवती हाे गई, जब उन्हें पता चला कि वह गर्भवती है ताे वह उसे अमलीडीह लाकर छाेड़ गए। घर वाले भी उस पर ध्यान नहीं दे रहे थे। इस पर इधर उधर भटक रही थी।