जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) का अंतिम संस्कार मंगलवार को टोक्यो में किया जाएगा. इसके साथ ही उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान से भी सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के लिए सोमवार शाम टोक्यो (Tokyo) के एक मंदिर में जागरण भी किया गया. उनका पार्थिव शरीर लेकर एक वाहन सोमवार दोपहर जोजोजी मंदिर पहुंचा था. यह जागरण सोमवार शाम को 6 बजे शुरू किया गया था. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को शनिवार को टोक्यो स्थित उनके घर पर लाया गया था. जानकारी दी गई है कि जापान (Japan) के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
इस दौरान उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों में प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और उनके पूर्ववर्ती सुगा योशीहिदे शामिल थे. मुख्य सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के महासचिव मोटेगी तोशिमित्सु और विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी फॉर द पीपल के अध्यक्ष तमाकी युइचिरो भी इस दौरान मौजूद रहे.
सर्वोच्च सम्मान पाने वाले चौथे पूर्व पीएम होंगे आबे
मंगलवार को होने वाले अंतिम संस्कार में शिंजो आबे के परिवार के सदस्य और करीबी लोग शामिल होंगे. उनका विदाई समारोह बाद में होना है. जापान की सरकार ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को देश के सर्वोच्च अलंकरण गुलदाउदी के सर्वोच्च ऑर्डर के कॉलर के साथ सम्मानित करने का फैसला किया है. कैबिनेट कार्यालय के अनुसार शिंजा आबे शिगेरू योशिदा, इसाकु सातो और यासुहिरो नाकासोन के बाद युद्ध के बाद के संविधान के तहत अलंकरण प्राप्त करने वाले चौथे पूर्व प्रधानमंत्री होंगे.
गौरतलब है कि आबे की हत्या के बाद हुए चुनाव में उनकी पार्टी को रिकॉर्डतोड़ बहुमत मिला है. लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी अपने गठबंधन सहयोगी कोमिटो की मदद के बिना आधी से अधिक सीटें जीतने में कामयाब हो गई. बता दें कि 8 जुलाई को एक चुनावी सभा के दौरान शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
शिंजो के अधूरे लक्ष्यों को पूरा करने का आह्वान
वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने सोमवार को राजनीतिक स्थिरता, पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सेना को मजबूत करने और युद्ध-त्याग करने वाले संविधान को संशोधित करने के अधूरे लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एकजुटता का आह्वान किया. किशिदा की लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और इसकी सहयोगी कोमैतो को 248 सदस्यीय सदन में 146 सीट पर जीत हासिल हुई है जो बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक हैं. इस जीत से स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा वर्ष 2025 तक पद पर बने रहेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा तथा दीर्घकालिक नीतियों पर काम जारी रखेंगे.