अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को षपथ ग्रहण के साथ ही आईटी मंत्री का पदभार संभाला है। उन्हें रविशंकर प्रसाद की जगह ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। अश्विनी वैष्णव कैबिनेट मंत्री के रूप में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, संचार मंत्रालय और रेल मंत्रालय के प्रभारी होंगे। उन्होंने नये आईटी नियमों को लेकर ट्विटर को सख्त संदेश दे दिया है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि भारत में काम करने वाली प्रत्येक कंपनी को भारत के कानून मानने चाहिए। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आगे भारत में कोई काम करता है तो उसे देश का कानून मानना ही होगा। देश का कानून नहीं मानने वाले को इजाजत नहीं होगी। ज्ञात हो कि अश्विनी वैष्णव ने 7 जुलाई को आई टीम मंत्री का पदभार संभाला है। उन्हें रविशंकर प्रसाद की जगह यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। अश्विनी वैष्णव कैबिनेट मंत्री के रूप में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, संचार मंत्रालय और रेल मंत्रालय के प्रभारी होंगे। रेलवे के मसले पर उन्होंने कहा कि पिछले 7 साल में काफी काम हुआ है। रेलवे की सुरक्षा और आधुनिकीकरण प्राथमिकता होगी। रेलवे के विकास के लिए लगातार काम होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रहे कामों और तेजी से बढ़ाना मेरी जिम्मेदारी होगी। अश्विनी वैष्णव ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद कहा कि मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया। प्रधानमंत्री और देश की उम्मीद पर खरा उतरना है। नए आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव का मंत्रालय में पहला दिन था। कार्यालय के पहले ही दिन उन्होंने सोशल मीडिया कंपनियों को उनके मनमाने रवैये पर चेतावनी दे दिया है।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ कहा है कि देश का कानून सर्वोच्च है, ट्विटर को नियम का पालन करना होगा। ज्ञात हो कि अश्विनी वैष्णव की यह टिप्पणी ट्विटर द्वारा कोर्ट को यह बताए जाने के बाद आई है कि 8 हफ्ते में शिकायत निवारण अधिकारी तैनात कर दिया जाएगा। ट्विटर ने गुरुवार को कोर्ट को यह भी बताया कि वह आईटी नियमों के अनुपालन में भारत में एक संपर्क कार्यालय स्थापित करेगा।