भारतीय नौसेना के डिस्ट्रॉयर आईएनएस ‘मोरमुगाओ’ से एक एडवांस मिसाइल की बेहद महत्वपूर्ण व सफल टेस्टिंग की गई है। ‘सी स्कीमिंग’ के नाम से विख्यात इस मिसाइल की टेस्टिंग के दौरान मिसाइल ने समुद्र में तैरते हुए टारगेट को नीचे से हिट किया। भारतीय नौसेना के मुताबिक टेस्टिंग के दौरान मिसाइल का निशान बिल्कुल सटीक था और वह अपने लक्ष्य को भेदने में सफल रही। नौसेना का कहना है कि यह मिसाइल 300 किलोमीटर की दूरी तक अपने लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
‘सी स्किमिंग’ का तात्पर्य ऐसी मिसाइल से है जो पानी की सरफेस के बहुत करीब उड़ती है। सामान्य तौर पर यह 10 फीट से कम की ऊंचाई पर रहती है। आईएनएस मोरमुगाओ भारत में निर्मित एक शक्तिशाली युद्धपोत है। इसका वजन 7,400 टन है, लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है।
आईएनएस मोरमुगाओ ब्रह्मोस और बराक-8 जैसी मिसाइलों से पहले से ही लैस है। भारत में बने इस आधुनिक युद्धपोत में इजरायल का रडार एमएफ-स्टार लगा है, जो हवा में लंबी दूरी के लक्ष्य का पता लगा सकता है। हालांकि भारतीय नौसेना का यह युद्धपोत और उसमें लगे हथियार दोनों ही स्वदेशी हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीते वर्ष दिसंबर में ‘मोरमुगाओ’ को भारतीय नौसेना को समर्पित किया था। मोरमुगाओ से टेस्ट की गई यह एक एडवांस्ड मिसाइल है जिसने समंदर में तैरते टारगेट को नीचे उड़ते हुए हिट किया। इसे सी स्कीमिंग कहा जाता है। टेस्टिंग के बाद भारतीय नौसेना ने इसे आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और बढ़ता कदम बताया है।
इससे पहले 14 मई को मोरमुगाओ से ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया गया था। पिछली टेस्टिंग के दौरान भी मिसाइल ने अपने टारगेट को बखूबी हिट किया था। मोरमुगाओ को इंडियन नेवी के वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है। यह हथियारों से लैस दुनिया का सबसे आधुनिक मिसाइल करियर है। इससे 300 किमी दूर से लक्ष्य भेद सकते हैं।
ब्रह्मोस और सी स्कीमिंग मिसाइलों की सफल टेस्टिंग के उपरांत भारतीय नौसेना का ‘मोरमुगाओ’ और घातक हो गया है। इस वॉरशिप का नाम पोर्ट सिटी गोवा पर रखा गया है। 19 दिसंबर 2021 को जब गोवा ने पुर्तगाली शासन से 60 साल की मुक्ति का जश्न मनाया था, तभी इस वॉरशिप ने पहली समुद्री यात्रा की थी।