चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) की राजनीति में वापस लौट आए हैं। मगर इस बार वह TDP के साथ रहने वाले हैं, जैसा कि शनिवार की राजनीतिक हलचलों से संकेत मिला। यह जानना भी दिलचस्प है कि यहां वह अपने ही पुराने साथी से फाइट करते नजर आएंगे जो उनके साथ I-PAC में काम कर चुका है और फिलहाल राज्य में सत्ताधारी YSRCP सरकार का सलाहकार है। प्रशांत चार्टर्ड फ्लाइट से टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश (Nara Lokesh) के साथ विजयवाड़ा एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से दोनों TDP अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के आवास पर गए।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत और नायडू के बीच करीब 3 घंटे तक बातचीत हुई। सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि प्रशांत टीडीपी के मुख्य चुनावी रणनीतिकार के तौर पर काम करेंगे। इसके अलावा शो टाइम कंसल्टेंसी के डायरेक्टर सांथनु सिंह और रोबिन शर्मा भी साथ होंगे। ये दोनों TDP के लिए पहले से ही काम कर रहे हैं। ऐसे में प्रशांत की ओर से जो भी रणनीतियां बनाई जाएंगी उन्हें लागू करवाने की जिम्मेदारी इन्हीं पर होगी। टीडीपी आलाकमान की ओर से प्रशांत के साथ एक और राउंड की बैठक होगी जिसके बाद इस डील को फाइनल कर लिया जाएगा।
YSRCP को प्रशांत किशोर ने दिए बेहतर नतीजे
सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर के I-PAC के कुछ लोग फिलहाल YSRCP के लिए काम कर रहे हैं। अगर प्रशांत और नायडू में साथ काम करने को लेकर अंतिम मुहर लग गई तो वे टीडीपी की ओर स्विच कर जाएंगे। बता दें कि प्रशांत 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में YSRCP के लिए काम कर चुके हैं। 2019 में टीडीपी को हराकर वाईएसआरसीपी को राज्य में सत्ता दिलाने में भी उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के लिए चुनावी कैंपेन तैयार की। साथ ही पीके ने ‘अन्ना इज कमिंग’ और ‘मैंने आपकी समस्याएं सुनी हैं, मैं आपकी मदद करने आया हूं’ जैसे लोकप्रिय नारे भी दिए।