बिहार में महागठबंधन की सरकार का विस्तार हो गया है. नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई सरकार में 31 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है. नीतीश कुमार की कैबिनेट में जेडीयू, राजद समेत कांग्रेस और हम को भी जगह मिली है. नीतीश कुमार ने जेडीयू कोटे से सारे पुराने चेहरों को अपनी कैबिनेट में जगह दी है.
नीतीश कैबिनेट के उन पांच चेहरों के बारे में जो जेडीयू कोटे से मंत्री बने है और बिहार की राजनीति में काफी दमदार राजनेता हैं. ये पांच वो चेहरे हैं जिनको जेडीयू में काफी वरीय माना जाता है और पहले भी बिहार सरकार में मंत्री का पद संभाल चुके हैं.
विजेंद्र यादव : 1990 में पहली बार जनता दल के टिकट पर सुपौल सदर सीट से विधान सभा से विधायक बने. लगातार सात बार (2005 में दो बार- फरवरी और नवंबर) विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं.
अशोक चौधरी : बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. वर्ष 2000 में पहली बार शेखपुरा जिले के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने और इसके साथ ही उन्हें तत्कालीन राबड़ी मंत्रिमंडल में कारा राज्य मंत्री बनाया गया था. 2013 में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष बने. जदयू का दामन थाम लिया था.
विजय कुमार चौधरी : समस्तीपुर के सरायरंजन से वर्तमान विधायक. पांच बार एमएलए रह चुके हैं और सीएम नीतीश कुमार के खासमखास माने जाते हैं. बिहार विधानसभा के स्पीकर सहित कई विभागों के मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं.
मदन सहनी : दरभंगा के बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. तीन बार के एमएलए को सहनी समाज से होने का मिलता रहा है. मंत्री भी रह चुके हैं. पिछली सरकार में भी जेडीयू कोटे से मंत्री थे.
संजय कुमार झा : विधान परिषद सदस्य हैं. दो बार ये इस सदन के सदस्य रह चुके हैं. ब्राह्मण समाज से आते हैं और सीएम नीतीश कुमार के करीबी हैं. एनडीए सरकार में भी जल संसाधन मंत्री का पद संभाल चुके हैं. मिथिलांचल में जेडीयू के कद्दावर चेहरे के रूप में काम कर चुके हैं.