राह भटक कर चीन की सीमा में चले गए पांच भारतीय नागरिक वतन लौट आए हैं। शनिवार को चीनी सैनिकों ने वाचा के नजदीक उन्हें भारतीय सैनिकों को सौंप दिया। सेना ने सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आज किबिटू में इन व्यक्तियों (अरुणाचल प्रदेश से लापता) को ले लिया। इन सभी को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा और इसके बाद इन्हें परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा। इस बात की जानकारी तेजपुर डिफेंस के जनसंपर्क अधिकारी ने दी।
चीन कई दिनों तक मान ही नहीं रहा था कि ये भारतीय नागरिक उसके कब्जे में हैं। भारत के दबाव के बाद पीएलए ने जवाब दिया और कहा कि इन्हें जल्द ही रिहा किया जाएगा। प्रकाश रिंगलिंग नाम के शख्स ने अपनी फेसबुक पोस्ट में पहली बार इन लापता लड़कों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया था।
अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी जंगलों में अक्सर लोगों और विमानों के लापता होने की खबरें सामने आती हैं। पिछले साल भारतीय वायुसेना का एक जहाज इन पहाड़ी जंगलों में लापता हो गया था और कुछ दिन पहले प्रदेश के नाचो गांव के कुछ युवकों की टोली भी इन्ही जंगलों में लापता हो गई थी।
पीएलए (PLA) ने मंगलवार को कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में भारत-चीन सीमा से लापता हुए पांच युवक उन्हें सीमापार मिले थे. रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के युवकों को हमें सौंप देंगे।