जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकियों की आतंकी कोशिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने अगल-अलग दो मुठभेड़ में पांच आतंकियों को मार गिराया है। जवानो ने शोपियां में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है तथा त्राल में एक आतंकी को मार गिराया है। दोनों इलाकों में अभी भी कई आतंकी छिपे होने की सूचना हैं। आतंकियों की गोलीबारी का जवाब जवान दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि आतंकी पास के मस्जिद में छिप गया है और वहीं से सुरक्षाबलों पर निशाना साध रहा है। पहली घटना पुलवामा से आ रही है जहां त्राल इलाके में एक आतंकी मारा गया है। आतंकी के मारे जाने के बाद यहां सघन आपरेषन चलाया जा रहा है।
यहां 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना है। वहीं दूसरी घटना कश्मीर के ही शोपियां में सेना और सीआरपीएफ के जवान साझा ऑपरेशन चला रहे हैं। इस ऑपरेशन में अबतक 3 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। बताया जा राह है कि 2 आतंकी अभी भी मस्जिद में छिपे हुए हैं। इस साझा ऑपरेशन में एक अफसर समेत 4 जवानों के घायल हो गये हैं। पिछले सप्ताह शोपियां के रावलपोरा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में जैश कमांडर सज्जाद अफगानी मारा गया था। अफगानी के मारे जाने आतंकियों का काफी नुकसान हुआ था। अफगानी के पास से मिली चीन निर्मित स्टील की 36 गोलियों ने सुरक्षाबलों को चैकन्ना कर दिये थे। इसके बाद सुरक्षा बलों ने अपने वाहनों, बंकरों और जवानों की बुलेट प्रूफिंग क्षमता को और मजबूत किया है। स्टील की यह गोलियां सामान्य बुलेट प्रूफ वाहनों और जवानों की बुलेट प्रूफ जैकेट को भेदने की क्षमता रखती हैं।
अधिकारियों ने बताया कि विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर में अब जो वाहन और जवान तैनात किए जा रहे हैं, उनमें सुरक्षा की एक परत और बढ़ा दी गई है। जवानों की सुरक्षा को लेकर जरा भी शिथिलता नहीं बरती है। सामान्य तौर पर एके सीरीज राइफल्स में इस्तेमाल होने वाली गोलियां व अन्य विस्फोटक पर चीनी तकनीक से हार्ड स्टील कोर की परत चढ़ाई जा रही है। इससे गोलियों में भेदने की क्षमता बढ़ जाती है।
जैश कमांडर सज्जाद अफगानी के पास से मिले कारतूस जिसे आर्मर पियर्सिंग कहा जाता है, कठोर स्टील या टंगस्टन कार्बाइड से निर्मित पाए गए हैं। इसकी क्षमता बहुत ही घातक है। स्टील से बने कारतूसों के इस्तेमाल की पहली घटना वर्ष 2017 के नए साल की पूर्व संध्या पर सामने आई थी, जब जैश आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंप पर आत्मघाती हमला किया था।