महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ दिनों जारी उथल-पुथल अब शांत दिख रही है। विधानसभा में सोमवार को एकनाथ शिंदे की सरकार ने बहुमत साबित कर दिया है। विश्ववास मत के दौरान शिंदे सरकार को 164 वोट मिले जबकि विपक्ष में 99 वोट पड़े। विश्वास मत जीतने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि भाजपा गठबंधन के साथ अगले विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतेंगे।
शिंदे के इस दावे पर शिवसेना सांसद और पार्टी नेता संजय राउत ने पलटवार किया है। संजय राउत ने कहा कि 200 सीट जीतने की बात यह एकनाथ शिंदे खेमा नहीं दिल्ली वाले कर रहे हैं। संजय राउत ने आगे कहा कि हम मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं, क्या वे तैयार हैं? अगर अभी चुनाव होता है तो हम 100 से ज्यादा सीटें जीतेंगे। उद्धव जी ने भी कहा था कि मध्यावधि चुनाव होने दीजिए। पता चल जाएगा कि कौन हारेगा और कौन जीतेगा।
‘बागी विधायक वापस आएंगे’
संजय राउत ने बागी विधायकों के वापस पार्टी में लौटने की उम्मीद भी जताई है। राउत ने कहा कि अगर किसी को गुमराह कर, फंसाकर लेकर गए हैं तो हमें अभी भी उम्मीद है कि वे वापस आएंगे। वे भी हमारे ही लोग हैं। सुबह का भूला शाम को लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। यह जो भूले बिसरे लोग हैं आ जाएंगे।
‘विधायकों को पैसा ही नहीं, कुछ और भी मिला’
संजय राउत ने कहा कि विधायकों को पैसों के अलावा और कुछ भी मिला है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बयान का हवााल भी दिया। राउत ने कहा कि सीएम ममता बनर्जी ने कहा है, सिर्फ पैसा ही नहीं बल्कि कुछ और भी दिया। जब यह ‘कुछ’ सामने आएगा तो बड़ा खुलासा होगा। शिवसेना बाबा ठाकरे की है किसी और की नहीं हो सकती। आप इसे पैसे के जरिए हाईजैक नहीं कर सकते।
वहीं, शिंदे गुट द्वारा उद्धव खेमे के 14 विधायकों को व्हिप उल्लंघन का नोटिस भेजे जाने पर भी राउत ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि नोटिस भेजने दीजिए, यह एक प्रक्रिया है। आदित्य ठाकरे जी को छोड़कर बाकी विधायकों को नोटिस क्यों दिया गया है, यह मुझे नहीं पता। जिन 14 विधायकों को नोटिस भेजा गया वे भी बालासाहेब ठाकरे के चेले और शिवसैनिक हैं।