श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत हमेशा से श्रीलंका के लिए खड़ा रहा है। आपको बता दें कि श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के खिलाफ विरोध चरम पर पहुंच गया। एस जयशंकर ने कहा, “हम श्रीलंका का बहुत समर्थन करते रहे हैं। हम मदद करने की कोशिश कर रहे हैं। हम हमेशा उनके लिए बहुत मददगार होते हैं।”
केरल में पत्रकारों से बात करते हुए जयशंकर ने कहा, ”वे अभी अपनी समस्याओं के माध्यम से काम कर रहे हैं, इसलिए हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि वे क्या करते हैं।” यह पूछे जाने पर कि क्या पड़ोसी देश के सामने आने वाली चुनौतियों के कारण शरणार्थी संकट है। उन्होंने कहा, “कोई शरणार्थी संकट नहीं है।”
श्रीलंका में शनिवार को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। आंदोलनकारियों ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के महल पर धावा बोल दिया। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया। घर में आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विक्रमसिंघे ने घोषणा की है कि नई सरकार के सत्ता में आने के बाद वह पद छोड़ देंगे। राजपक्षे के इस्तीफे पर एक बयान सार्वजनिक किया गया है, जिसके मुताबिक वह 13 जुलाई को औपचारिक रूप से अपने पद को त्याग देंगे।समाचार एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के अनुसार 22 मिलियन की जनसंख्या वाले देश पर 50 बिलियन डॉलर से अधिक का कर्ज है। 2027 तक 28 बिलियन डॉलर चुकाने की जरूरत है। इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने कहा है कि वह देश की स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है।