उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार जल्द केंद्र सरकार से अनुरोध करने जा रही है. इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र से सिफारिश करने की बात कही है. नरेंद्र सिंह नेगी के 73वें जन्मदिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की है.
उत्तराखंड के लोक गायन और संस्कृति को अपने गीतों के जरिए देश और विदेश तक पहुंचाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने को लेकर उत्तराखंड सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से इसको लेकर अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.
बता दें कि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तमाम रचनाकारों और लोक संस्कृति को बचाने का प्रयास करने वाले लोकगायकों के जीवन परिचय और उनकी रचनाओं के अभिलेखीकरण कर पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने की भी घोषणा की थी.
इस मौके पर सीएम ने कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी (नेगी दा) के गीत राज्यवासियों को अपनी परंपराओं और उनकी कथा व्यथा बताने में मददगार रहे हैं. साथ ही गढ़वाल, कुमाऊं तथा जौनसार सहित पूरे उत्तराखंड की लोक संस्कृति को नेगी ने आगे बढ़ाया है. जिससे राज्य की अलग पहचान बनी है. वहीं, सीएम धामी ने नरेंद्र सिंह नेगी के जीवन चरित्र पर आधारित पुस्तक ‘सृजन से साक्षात्कार’ का विमोचन भी किया.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नेगी सहित प्रदेश के अन्य लोक संस्कृति के रचनाकारों तथा लोक गायकों जैसे मोहन उप्रेती, गिरीश तिवारी ‘गिर्दा’, हीरा सिंह राणा, शमशेर सिंह, जीत सिंह नेगी, चंद्र सिंह राही के जीवन परिचय एवं रचनाओं का अभिलेखीकरण कर उन्हें पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने की भी घोषणा की है.
दरअसल, राज्य सरकार लोक संस्कृति को बचाने वाले कलाकारों और गीतकारों को सम्मानित करने और प्रोत्साहित करने की दिशा में प्रयास कर रही है, इस दिशा में उत्तराखंड की लोक संस्कृति को बचाने में अग्रज की भूमिका निभाने वाले नरेंद्र सिंह नेगी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए उत्तराखंड सरकार ने केंद्र सरकार से पैरवी करने का फैसला लिया है.