छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर (Bijapur) में हुए नक्सली हमले (Naxali Attack) में शहीद हुए CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की का पार्थिव शरीर रांची (Ranchi) पहुंचा. वहीं,धुर्वा स्थित सीआरपीएफ के मुख्यालय में शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने सीआरपीएफ की 168 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी. वहीं, सीएम सोरेन ने कहा, “हमने आज झारखंड के एक वीर सपूत को खो दिया है. उन्हें छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया था. हालांकि हमारे जवान नक्सली संगठनों को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
दरअसल, बीते शनिवार सुबह सीआरपीएफ 168 बटालियन का सुरक्षा बल रोड सुरक्षा ड्यूटी पर रवाना हुआ था. वहीं, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्थित बासागुड़ा थाने के डोंगल चिंता नामक नाला के पास माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. वहीं, जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की. इस मुठभेड़ में शांति भूषण शहीद हो गए. वहीं, शहीद का शव पोस्टमार्टम के लिए जगदलपुर भेजा गया, जहां से पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से झारखंड भेजा गया. बता दें कि मूल रूप से सिमडेगा के बोलबा का शहीद जवान का परिवार रांची के डिबडीह में रहता है.
CM हेमंत सोरेन ने CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण तिर्की को दी श्रद्धांजलि
रांची के लाल की शहादत पर परिवार में मचा कोहराम
बता दें कि राजधानी रांची के डिबडीह के रहने वाले असिस्टेंट कमांडेंट शांति भूषण के शहीद होने की सूचना मिलने पर कोहराम मच गया. जहां पत्नी पुष्पा बार-बार बेहोश हो जा रही थी. वहीं, परिवार के अन्य सदस्यों का भी बुरा हाल था. आसपास के लोग और रिश्तेदारों ने उन्हें संभाला. हालत ऐसी थी कि परिवार के लोग बातचीत करने की स्थिति में नहीं थे. इसी बीच सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान परिवार को दिलासा दिया. शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया. शहीद शांति भूषण तिर्की ने साल 2003 में उन्होंने सीआरपीएफ ज्वाइन किया था. साल 2014 में प्रमोशन पाकर असिस्टेंट कमांडेंट बने थे.