ब्रिटेन के जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ताओं द्वारा पोर्ट आफ डोवर नामक बंदरगाह पर किए गए प्रदर्शन के चलते यहां का कई घंटों तक कामकाज बाधित रहा। इसके बाद पुलिस ने 39 कार्यकताओं को गिरफ्तार कर लिया। इंसुलेट ब्रिटेन संस्था की ओर से किए जा रहे इस प्रदर्शन में सरकार से मांग की जा रही है कि वह 2.9 करोड़ घरों में जीवाश्म ईंधन को बंद करे और इसका विकल्प उपलब्ध कराए।
जीवाश्म ईंधन को बंद करने की मांग पर किया प्रदर्शन
जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन पिछले कुछ सप्ताह से लगातार जारी है। प्रदर्शनकारी लंदन स्थित हाइवे को भी पिछले दो सप्ताह में पांच बार बाधित कर चुके हैं। यातायात मंत्री ग्रांट शेप्स ने कहा है कि रोजमर्रा के व्यापार को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी कार्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ब्रिटेन में ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन लगभग 15 फीसद घरों से ही होता है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जीवाश्म ईंधन का विकल्प सौर, पवन, बायोमास ऊर्जा हो सकते हैं जिन्हें प्रोत्साहन मिलना चाहिए।
यूएन में भी उठा जलवायु मुद्दा
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में जलवायु परिवर्तन समेत कई अन्य मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि हम हर महाद्वीप में चेतावनी के संकेत देख रहे हैं, दुनिया में हर जगह जलवायु संबंधी आपदाएं बनी हुई हैं। जलवायु वैज्ञानिक हमें बताते हैं कि पेरिस समझौते के 1.5 डिग्री लक्ष्य को जीवित रखने में देर नहीं हुई है, लेकिन आशाएं तेजी से बंद हो रही हैं।