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बांग्लादेशी पीएम ने सीएम ममता बनर्जी को लिखी चिट्ठी, कही यह बात

भारत से विशेष लगाव रखने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक खास न्योता भेजा है। शेख हसीना ने ममता को नवनिर्मित पद्मा ब्रिज देखने का न्योता दिया है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि पद्मा ब्रिज पश्चिम बंगाल सहित बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण निभाएगा। दरअसल, बांग्लादेश पीएम शेख हसीना की तरफ से कोलकाता को भेजे गए आमंत्रण पत्र में लिखा गया है कि मैं आपको अपनी सुविधानुसार बांग्लादेश आने के लिए आमंत्रित करती हूं।

साथ ही उम्मीद है कि सितंबर में मेरे भारत दौरे के समय दिल्ली में आपके साथ मुलाकात का अवसर भी प्राप्त होगा। आगे यह भी लिखा गया कि इस पुल से बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल सहित पूरे भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी। आगे यह भी लिखा गया है कि इस पुल के माध्यम से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार के नए रास्ते खोलने की उम्मीद है। शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों का पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ भावनात्मक जुड़ाव है। भाषा, संस्कृति और वैचारिक समानताएं दोनों बंगालों के बीच की बड़ी ताकतें हैं। इसलिए आप पद्मा नदी पर बने नए पुल को आकर देखें।

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने 25 जून को पद्मा ब्रिज का उद्घाटन किया है। उद्घाटन के दौरान उन्होंने कहा कि मुझे किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि ब्रिज निर्माण योजना का विरोध करने वालों और इसे पाइप ड्रीम कहने वालों में आत्मविश्वास की कमी है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना बांग्लादेश के गौरव, सम्मान और क्षमता का प्रतीक है। जानकारों का मानना है कि पद्मा ब्रिज के बनने से अब राजधानी ढाका का सभी दक्षिणी जिलों और देश के दूसरे बंदरगाह मोंगला से कनेक्‍शन हो जाएगा। इतना ही नहीं इस ब्रिज का फायदा भारत को भी होगा। इस पुल के बनने से अब कोलकाता से ढाका के बीच की दूरी आधी हो गई है। बता दें कि शेख हसीना और ममता के बेहद अच्छे संबंध हैं। ऐसे में ममता उनके न्योते को स्वीकार करते हुए जल्द ही बांग्लादेश का दौरा कर सकती हैं। इससे पहले कोलकाता के ईडन गार्डेंस स्टेडियम में भारत-बांग्लादेश के बीच हुए पिंक बाल टेस्ट के दौरान शेख हसीना व ममता को एक साथ देखा गया था। शेख हसीना ने हाल में ममता को बांग्लादेश के आम भी भेजे थे।