इस्लामाबाद : आर्थिक तंगी से परेशान पाकिस्तान को एक और कठोर फैसला लेना पड़ा है. पाकिस्तान सरकार ने तय किया है कि बिजली बचाने के लिए देशभर के सभी बाजार रात 8.30 बजते ही बंद कर दिए जाएंगे. पीएम शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय आर्थिक परिषद की बैठक में यह फैसला लिया गया.
बुधवार को हुई इस बैठक में पाकिस्तान के चारों प्रांतों के सीएम ने भाग लिया. एक बयान के मुताबिक चारों मुख्यमंत्रियों ने बाजार बंदी के सरकार के इस फैसले पर सैद्धांतिक तौर पर सहमति जताई. हालांकि पंजाब, सिंध और बलूचिस्तान के सीएम ने इस मुद्दे पर पीएम शरीफ से 2 दिनों का समय भी मांग लिया. मुख्यमंत्रियों ने कहा कि वे इस मुद्दे पर अपने प्रांतों के कारोबारियों से चर्चा कर उन्हें भरोसे में लेना चाहते हैं.
पाकिस्तान में 4 हजार मेगावाट बिजली की कमी
बिजली मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि बाजारों को जल्द बंद करने और ‘वर्क फ्रॉम होम’ से देश में बिजली की भारी बचत होगी. दस्तगीर ने कहा कि देश में 4 हजार मेगावाट बिजली की कमी है. फिलहाल देश में 22 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, जबकि जरूरत 26 हजार मेगावाट की है. ऐसे में बिजली कटौती करने के सिवाय कोई और चारा नहीं है. मंत्री ने कहा कि बिजली कटौती के इस आदेश में इंडस्ट्रियल एरिया शामिल नहीं होंगे. दस्तगीर ने बताया कि देश में जल्द ही के-2 परमाणु बिजली घर शुरू होने वाला है. उसके चालू हो जाने से देश को 1100 मेगावाट बिजली और मिल जाएगी.
भारत से दुश्मनी ने पाकिस्तान का किया बुरा हाल
बताते चलें कि पाकिस्तानपर चीन, सऊदी अरब, यूएई और विश्व बैंक का भारी कर्ज है. भारत से दुश्मनी और कोरोना महामारी ने उसकी अर्थव्यवस्था की हालत और बिगाड़ कर रख दी है. आलम ये है कि पुराने कर्जों का ब्याज चुकाने के लिए पाकिस्तान को नए कर्जे लेने पड़ रहे हैं. जिसके चलते वहां की इकोनॉमी गहरे दलदल में डूबती जा रही है.