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राज्यसभा चुनाव: वोटिंग से पहले बदला माहौल, बसपा और बीजेपी की बढ़ी मुश्किल

राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha elections) के लिये राजस्थान में सियासी पहिया अब तेजी से घूमने लगा है. बीजेपी और कांग्रेस (BJP-Congress) के विधायक अपनी-अपनी पार्टियों की बाड़ाबंदी में बंद हैं. इस बीच बसपा विधायकों के दल-बदल से जुड़े मामले में हाईकोर्ट ने दखल देने से इनकार कर दिया है. इससे बसपा को तगड़ा झटका लगा है. वहीं बीजेपी विधायक चंद्रकांता मेघवाल को पांच साल पुराने मारपीट के मामले में राजस्थान पुलिस ने दूसरी बार नोटिस जारी किया है. उन्हें आज 11 बजे कोटा के महावीर नगर थाने में पेश होने को कहा गया है. दूसरी तरफ कांग्रेस आज अपने विधायकों को उदयपुर से जयपुर शिफ्ट करेगी. ताजा हालात से बीजेपी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चन्द्रा की परेशानियां बढ़ गई हैं.

राजस्थान में राज्यसभा चुनाव का दंगल अब रोमांचक मोड़ पर आ गया है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों खेमों में हलचल तेज हो गई है. किलेबंदी को और मजबूत किया जा रहा है. इस बीच हाईकोर्ट ने बसपा को तगड़ा झटका देते हुये उसकी पार्टी के विधायकों के दल-बदल से जुड़े मामले में दखल देने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता के प्रार्थना-पत्र को राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने की वजह से स्वीकार करने से मना कर दिया है. जस्टिस पंकज भंडारी की अवकाशकालीन विशेष खंडपीठ ने याचिकाकर्ता हेमंत नाहटा के प्रार्थना-पत्र पर ये आदेश दिया है. दो साल पहले बीएसपी के छह विधायक कांग्रेस में शामिल हुए थे.

सबसे बड़ी आफत बीजेपी की विधायक चन्द्रकांता पर आई
राज्यसभा चुनाव में सबसे बड़ी आफत बीजेपी की विधायक चन्द्रकांता मेघवाल पर आई है. पुलिस ने पांच साल पुराने मारपीट के एक मामले में उनको दूसरा नोटिस जारी करते हुये गुरुवार को कोटा के महावीर नगर थाने में पेश होने के लिए कहा है. चन्द्रकांता के साथ उनके पति को भी पेश होना है. ऐसा नहीं होने पर राज्यसभा चुनाव से पहले चन्द्रकांता मेघवाल की गिरफ्तारी भी हो सकती है. इससे बीजेपी खेमे में भी चिंता बढ़ गई है. विधायक पति नरेन्द्र मेघवाल ने संकेत दिये हैं वे 11 बजे बाद सरेंडर करने पर विचार कर रहे हैं. वहीं विधायक के समर्थन में उनके समर्थक लामबंद होने लग गये हैं. समर्थकों द्वारा थाने का घेराव करने की तैयारी की जा रही है.

कांग्रेस का यह है पूरा प्लान
वहीं चुनाव से एक दिन जयपुर कांग्रेस अपने और समर्थित निर्दलीय तथा अन्य छोटी पार्टियों के विधायकों की जयपुर के होटल में बाड़ाबंदी करेगी. उसके बाद शुक्रवार को उन्हें होटल से राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान करने ले जाया जायेगा. अब तक के कार्यक्रम के मुताबिक विधायकों को उदयपुर से फ्लाइट से जयपुर लाया जायेगा. उसके बाद उन्हें एयरपोर्ट से सीधे दिल्ली रोड स्थित होटल लीला में ले जाया जायेगा. सीएम अशोक गहलोत भी विशेष विमान से जयपुर आयेंगे. उनके साथ राज्यसभा के तीनों प्रत्याशियों के आने की भी संभावना है.