नए साल से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वालों को बड़ी राहत मिलने जा रही है. क्योंकि अब आवेदकों को लर्निग लाइसेंस के लिए आरटीओ के चक्कर नहीं लगाने होंगे. बल्कि उसे घर बैठे ही लाइसेंस मिलेगा. फिलहाल बाराबंकी के ट्रायल पूरा होने के बाद अब राजधानी सहित प्रदेश के अन्य मंडलों में घर बैठे लर्नर लाइसेंस मुहैया कराने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है. हालांकि इसमें कुछ खामियां आ रही हैं और जिन्हें दूर करने की कोशिश विभाग कर रहा है और माना जा रहा है कि राज्य की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अगले साल के शुरुआत में लागू हो सकती है.
दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक घर बैठ लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन और शुल्क जमा करने की व्यवस्था पहले से ही ऑनलाइन है. वहीं लर्निग लाइसेंस परीक्षा के लिए आरटीओ कार्यालय में आने का झंझट पूरी तरह से खत्म जाएगी और आवेदक घर बैठे ऑनलाइन परीक्षा देकर अपना लर्निंग लाइसेंस ले सकेंगे. आवेदक ऑनलाइन आवेदन करेंगे और लिंक पर क्लिक करने के बाद आवेदक का पूरा ब्योरा सामने आएगा. आवेदक को कागजात की जांचने करवाने के लिए आरटीओ नहीं जाना पड़ेगा.
पूरी प्रक्रिया होगी ऑनलाइन
लगभग पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और आवेदक को ऑनलाइन परीक्षा में उपस्थित होना होगा. उसे स्क्रीन पर ट्यूटोरियल मिलेगा और परीक्षा में 16 प्रश्न होंगे, जिनमें से कम से कम नौ प्रश्नों का सही उत्तर देना होगा और इसके बाद पास होते ही आवेदक को घर बैठे ही अपने लर्निग लाइसेंस मिल सकेगा.
खामियों को किया जा रहा है दूर
वहीं राज्य के परिवहन आयुक्त धीरज साहू के मुताबिक पोर्टल पर कुछ खामियां दिखी हैं और उन्हें दूर किया जा रहा है. संभावित समस्याओं और खामियों पर नजर रखी जा रही है और अपडेट होते ही एक बार अंतिम बार टेस्ट किया जाएगा. इसके बाद राजधानी लखनऊ समेत अन्य जिलों में नई व्यवस्था लागू हो जाएगी. इस योजना के लागू होने से नए साल में आवेदक घर बैठे इस योजना का लाभ ले सकेंगे.
खत्म होगी दलाल व्यवस्था
असल में आरटीओ में दलालों का बड़ा नेटवर्क है और वह लाइसेंस बनाने के नाम पर मोटा पैसा वसूलते हैं. हालांकि इस मामले में आरटीओ के कर्मचारियों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है. वहीं ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद दलालों की भूमिका खत्म होगी.