उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपत्ति में व्यक्ति का धैर्य ही उसका सबसे बड़ा मित्र होता है। इसलिए धैर्य के साथ लॉकडाउन का पालन करें, यह देश के लिए हितकर होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अपने सरकारी आवास से देश के अन्य राज्यों से यूपी लौटे प्रवासी श्रमिकों से वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने मजदूर दिवस की बधाई देते हुए कहा कि जब बीमारी का उपचार न हो तो बचाव ही सबसे बड़ा माध्यम बनता है। कोरोना के मामले में भी यही है। इसको नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कई प्रभावी कदम उठाए गए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। इसलिए धैर्य के साथ लॉकडाउन का पालन करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में सफल रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का सबसे बड़ा असर श्रमिकों, कामगारों और प्रतिदिन कमाने वालों पर पड़ा है, जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ की घोषणा की, जो बिना भेदभाव के पूरे देश में सभी को प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में काम करने वाले प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों को हम चरणबद्घ तरीके से वापस ला रहे हैं। जिसके तहत दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश से अब तक 4 लाख से ज्यादा लोगों को लाया जा चुका है।
झांसी के श्रमिक दुर्जन सिंह ने कहा कि ‘हमें सहायता राशि और खाद्यान्न दोनों प्राप्त हो गया है। ऐसी संकट की घड़ी में आपने हम लोगों की मदद की इसके लिए आपका धन्यवाद।
राजमिस्त्री का काम करने वाले बाराबंकी के अमर केश शर्मा ने मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हम लोग अभी तक यही देखते रहे हैं कि पुलिस गांव में लाठी और वारंट लेकर आती थी, लेकिन आपके राज में पुलिस खाना और दवाएं लेकर आ रही है, अब प्रदेश में रामराज्य आ गया है।