पूर्वी लद्दाख पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने इलाके का दौरा किया है। लद्दाख पहुंचकर वायुसेना प्रमुख ने सेना की तैयारियों का जायजा लिया। ज्ञात हो कि उनसे दो सप्ताह पहले ही आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने भी लद्दाख का दौरा किया था। इसी महीने वायुसेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने के बाद एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी का यह पहला लद्दाख दौरा हैं। पिछले एक साल से अधिक दिनों में वायुसेना ने बताया कि शनिवार को एयर चीफ मार्शल चैधरी ने लेह में एयरफोर्स स्टेशन और उत्तरी सेक्टर में भारतीय वायुसेना की तैनाती का जायजा लिया।
वायुसेना प्रमुख ने भारत की तैयारियों का जायजा भी लिया और साथ ही एयरबेस के कर्मचारियों और वायुसेना के जवानों से बात भी की। 8 अक्टूबर को 89वें वायुसेना दिवस के मौके पर एयर चीफ मार्शल चैधरी ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की मौजूदगी बढ़ गई है। उन्होंने कहा था कि इससे वायुसेना को बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ने वाला है। उन्होंने बताया था कि चीन की वायुसेना ने एलएसी के उस पास तीन एयर फील्ड में अपनी मौजूदगी बढ़ा दी है। भारत ने प्रत्येक परिस्थिति को देखते हुए जोरदार तैनाती कर दी है।
भारत और चीन के बीच तनाव कम करने को लेकर 10 अक्टूबर को 13वें राउंड की बातचीत हुई थी। 8.30 घंटे तक हुई बातचीत भी बेनतीजा ही रही थी। बैठक के भारतीय सेना ने बताया था कि विवाद सुलझाने के लिए भारत की ओर से कई रचनात्मक सुझाव दिए गए थे लेकिन चीन न तो सहमत हुआ और न ही कोई प्रस्ताव रखा, जिस पर आगे बातचीत हो सके। बल्कि चीन ने कहा कि भारत की मांग अस्वाभाविक है। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच पिछले साल मई से गतिरोध शुरू हुआ है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच अब तक कई इलाकों से पीछे हटने पर सहमति बन चुकी है लेकिन अब भी एलएसी पर तनाव जारी है।