चित्रकूट जेल हत्याकांड के बाद से सियासी पारा चरम पर पहुंच गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर है। सरकार ने जेल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। जेलर समेत कई अधिकारियों को निलम्बित कर दिया तो वहीं कई अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस गैंगवार, शूटआउट के बाद मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है जिससे कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। अंशुल दीक्षित ने पहले मुख्तार के करीबी मेराज उर्फ मेराजुद्दीन पर तीन गोलियां मारी। मुकीम के शरीर में 13 गोलियां दाग दी। अंशुल को मारने के लिए पुलिस की 20 राउंड गोली चलाई। इस तरह देखा जाये तो जेल में ताबड़तोड़ गोलियां चलीं थीं। करीब 50 राउंड गोलियां जेल में चली।
चित्रकूट प्रशासन का कहना है कि जेल में बंद अंशुल दीक्षित ने मुकीम और मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। अंशुल ने इसके बाद पांच कैदियों को बंधक बना लिया था। इस दौरान जेल प्रशासन ने अंशुल से कैदियों को छोड़ने की अपील की लेकिन वह नहीं माना। बंधक बनाये कैदियों को छुड़ाने के लिए पुलिस ने 20 राउंड गोली चलाये। इस तरह चित्रकूट जेल में शुक्रवार को तीन कैदी मारे गए, दो गैंगवार में और एक पुलिस से मुठभेड़ में। तीनों कैदियों की गैंगवार के बाद हुई हत्या को राजनीतिक और आपराधिक इतिहास से जोड़ कर देखा जा रहा है।
चित्रकूट जेल हत्याकांड मामले में योगी सरकार ने कार्रवाई की है। चित्रकूट जेल के जेलर और जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दिए गये। अशोक कुमार सागर को चित्रकूट का नया जेल अधीक्षक बनाया गया है। सीपी त्रिपाठी चित्रकूट जेल के नए जेलर होंगे। डीआईजी जेल प्रयागराज संजीव त्रिपाठी को अयोध्या डीआईजी का भी चार्ज दिया गया। शैलेंद्र कुमार मित्रेय को डीआईजी जेल लखनऊ का चार्ज दिया गया है।