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कॉमनवेल्थ गेम्स: बिंदियारानी देवी ने भारत को दिलाया चौथा पदक, जीता सिल्वर मेडल

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में भारत (India) को चौथा मेडल हासिल हुआ है. बिंदियारानी देवी (Bindyarani Devi) ने वूमेन्स वेटलिफ्टिंग (Women’s Weightlifting) के 55 किलो भारवर्ग में भारत के लिए सिल्वर मेडल (Silver Medal) जीत लिया. बिंदियारानी ने स्नैच में 86 का स्कोर किया, वहीं क्लीन एंड जर्क में 116 का स्कोर बनाया. यानी कि उन्होंने कुल 202 किलो का स्कोर करते हुए रजत पदक अपने नाम किया है।

वेटलिफ्टिंग में सिल्वर जीतने पर बिंदियारानी देवी काफी खुश नजर आईं. उन्होंने कहा- मैं पहली बार कॉमनवेल्थ में खेली और सिल्वर जीतकर बहुत खुश हूं. आज मेरी जिंदगी की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस थी. हालांकि, मेरे हाथ से गोल्ड फिसल गया. जब मैं पोडियम पर थी, तब सेंटर में नहीं थी. अगली बार ज्यादा बेहतर करने की कोशिश करूंगी।

खास बात यह है कि कॉमनवेल्थ 2022 मे भारत को चारों पदक अब तक वेटलिफ्टरों ने दिलाए हैं. जहां टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चनू ने 49 किलो भारवर्ग में सोना जीता था. वहीं संकेत महादेव और गुरुराजा पुजारी क्रमश: सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहे थे.

ऐसा रहा है बिंदियारानी का सफर
मणिपुर की बिंदियारानी देवी भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के केंद्र में अपनी ट्रेनिंग करती हैं. लेकिन जब कोरोना महामारी की वजह से जब इस केंद्र को बंद कर दिया गया, तो बिंदियारानी ने स्टार भारोत्तोलक मीराबाई चानू की कोच रह चुकीं अनीता चानू के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लिया।

बिंदियारानी देवी ने मलेशिया के पेनांग में आयोजित 2016 विश्व युवा चैम्पियनशिप में इंटरनेशनल डेब्यू किया और 10वें स्थान पर रही थीं. 23 साल की बिंदियारानी देवी साल 2019 में हुए साउथ एशियन गेम्स में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया. साल 2019 में बिंदियारानी ने कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप का खिताब भी अपने नाम किया था।

वर्ल्ड चैम्पियनशिप में किया था कमाल
बिंदियारानी देवी ने पिछले साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप के दौरान शानदार प्रदर्शन करते हुए क्लीन एंड जर्क में स्वर्ण पदक जीता था. हालांकि वह स्नैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के चलते ओवरऑल स्टैंडिंग्स में चौथे स्थान पर रही थी. बिंदिया ने स्नैच में 84 और क्लीन एंड जर्क में 114 किलो वजन उठाया जिसके चलते उनका कुल वजन 198 रहा. क्लीन एंड जर्क में बिंदियारानी से ज्यादा वजन किसी और लिफ्टर ने नहीं उठाया था और उन्हें उसमें गोल्ड मिला था।