पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की आतंकी गुटों के साथ सहानुभूति व समझौता नीति ने आतंकियों को काफी प्रोत्साहित किया है। उन्होंने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से सुलह की जो पाक में प्रतिबंधित आतंकी संगठन है। पाकिस्तानी समाचार पत्र इस्लाम खबर ने बताया कि इमरान ने आतंकियों को सामान्य नागरिक कहा और वे कभी भी सैन्य समाधान के पक्ष में नहीं रहे।
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व पाक पीएम ने तालिबान को प्रत्यक्ष समर्थन के आरोप हमेशा खारिज किए, जबकि 10,000 से ज्यादा पाकिस्तानी लड़ाके पड़ोस में पश्चिम समर्थित अफगानिस्तानी सरकार के खिलाफ तालिबान को युद्ध में मदद करते रहे। इससे देश में आतंकवाद को बढ़ावा मिला। हिंसा के अपराधियों के साथ इमरान की सहानुभूति ने खान की आतंकी नीति का उल्टा असर दिखाया और पाकिस्तान में भी आतंकी हमले बढ़ गए।
पाकिस्तान : खैबर व पेशावर जिलों में बढ़ रहे आतंकी हमले
पाकिस्तान में खैबर कबायली जिले और पेशावर के कुछ क्षेत्रों में हिंसक आतंकी हमले लगातार बढ़ रहे हैं। द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, हाल ही में खैबर स्थित दो पुलिस चौकियों और पेशावर में एक पुल को आतंकियों ने निशाना बनाया। इसमें पांच लोगों समेत एक इंस्पेक्ट व सहायक उप-निरीक्षक की हत्या कर दी गई। इनके अलावा बड़ाबेर, सरबंद और मटानी के कस्बे भी पिछले कुछ हफ्तों में लगातार आतंकवादी हमलों का शिकार हो रहे हैं।
इमरान सरकार को गिराने में अमेरिकी हाथ नहीं : पाक एनएससी
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) ने 15 दिन में दूसरी बार कहा कि पूर्व पीएम इमरान खान के दावों के विपरीत उनकी सरकार को गिराने के पीछे कोई विदेशी साजिश नहीं थी। खान द्वारा अब भी अपनी रैलियों में किए जा रहे दावे के बावजूद शीर्ष सुरक्षा एजेंसी का यह बयान खान के लिए बड़ा झटका है।
खान ने बर्बाद की अर्थव्यवस्था : नवाज शरीफ
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इमरान खान पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार ठहराया। लंदन में पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी के साथ एक प्रेसवार्ता में उन्होंने खान के विदेशी साजिश के आरोप खारिज किए। उन्होंने कहा, इमरान ने देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी है।