उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रांसपोर्ट नगर स्थित शीतल फार्मा में सोमवार देर रात भयंकर आग लग गई। गोदाम में सैनिटाइजर भरे होने की वजह से आग तेजी से फैली। तीन मंजिला इमारत में दवाइयां और नमकीन का भी गोदाम मौजूद है। जो आग की गिरफ्त में आ गया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने गोदाम में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया और जेसीबी से दीवारें तोड़कर राहत कार्य आरंभ किया। अग्निकांड के दौरान ताबड़तोड़ धमाकों से पूरा इलाका दहल उठा। सोमवार देर रात लगी आग मंगलवार दोपहर बाद नियंत्रण में आई।
कृष्णानगर के रहने वाले बद्री प्रसाद अग्रवाल दवा और नमकीन का कारोबार करते हैं। ट्रांसपोर्ट नगर में उनका ऑफिस और गोदाम है। जिसमें सैनिटाइजर, दवाइयां और नमकीन का स्टॉक था। सोमवार रात वर्कर गोदाम में सो रहे थे। रात 12 बजे लगभग गोदाम से धुंआ और आग की लपटें उठते देख कर्मचारी भयभीत हो गये। पानी फेंककर आग को काबू पाने की कोशिश की गई। नाकाम होने पर दमकल और पुलिस को सूचना दी गई। इस बीच सैनिटाइजर की वजह से आग तेजी से फैली। जिसके चलते गोदाम कर्मी अंदर फंस गए।
सरोजनी नगर फायर स्टेशन से FSO शिवराम यादव टीम के साथ पहुंचे और मेन गेट खोलकर आनन फानन कर्मचारियों को टीम की सहायता से बाहर निकाला। गोदाम कर्मियों के बाहर निकलते ही सैनिटाइजर के ड्रमों में ब्लास्ट होने लगा। जिससे अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने के बाद पर आलमबाग, PGI और हजरतगंज सहित अन्य फायर स्टेशनों से दमकल की गाड़िया बुलाई गईं। CFO विजय कुमार सिंह पहुंचे। दर्जनों दमकल के वाहनों को फायर फाइटिंग में लगा गया था। हालात नियंत्रित न होते देख जेसीबी की सहायता से गोदाम की दीवारें तोड़ी गई। 12 घंटे से आधिक की कड़ी मेहनत के बाद दमकल कर्मी मंगलवार दोपहर बाद आग पर काबू पा सके।