रेलवे की NTPC की परीक्षा (Railway NTPC exam) में छात्रों के बिहार बंद के ऐलान के बाद एक बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने छात्रों की मांग मान ली है. उन्होंने आश्वस्त किया है कि ग्रुप-डी की परीक्षा एक होगी। अश्विनी वैष्णव द्वारा बात मान लेने का दावा बीजेपी नेता और सांसद सुशील मोदी (Sushil Modi claims) ने किया है।
सुशील मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आश्वस्त किया है कि ग्रुप-डी की दो की बजाय एक ही परीक्षा होगी और एनटीपीसी की परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम ‘एक छात्र-यूनिक रिजल्ट’ के आधार पर घोषित किया जाएगा। रेल मंत्री ने सुशील मोदी को भरोसा दिलाया है कि सरकार छात्रों से सहमत है और उनकी मांग के अनुरूप ही निर्णय जल्द किया जाएगा।
सुशील मोदी ने लाखों अभ्यर्थियों की परेशानी और उनकी मांगों से रेल मंत्री वैष्णव को विस्तार से अवगत कराया. मोदी ने रेल मंत्री से आग्रह किया कि एनटीपीसी के मामले में ‘वन कैंडिडेट-वन रिजल्ट’ के सिद्धांत पर निर्णय किया जाना चाहिए. सुशील मोदी ने राज्य के पुलिस प्रशासन से भी अपील की है कि छात्रों पर कोई दमनात्मक कार्रवाई न की जाए. छात्र कोई अपराधी नहीं हैं।
सुशील मोदी ने एक के बाद एक लगातार ट्वीट किया है. उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा – ‘मेरी राज्य के पुलिस प्रशासन से अपील है कि छात्रों पर कोई दमनात्मक कार्रवाई न की जाए। छात्र कोई अपराधी नहीं हैं। छात्रों से अपील है कि संयम बरतें ताकि रेलवे बोर्ड मामले के सभी पहलुओं की जांच पूरी कर परीक्षार्थियों के हित में फैसला कर सके।’
छात्रों ने किया है बिहार बंद का ऐलान
छात्र संगठनों ने 28 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान किया है. छात्रों के इस बंद का महागठबंधन के सभी दलों ने समर्थन देते हुए बंद में शामिल होने की बात कही है. राजद, कांग्रेस, माले, सीपीआई सहित एनडीए के सहयोगी और हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी बंद का समर्थन किया है. अब देखना होगा कि रेलवे के अभ्यर्थी अपने घोषित बंद को कैसे लेते हैं।