उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में मुजफ्फरनगर महापंचायत पर तंज कसा और कहा कि किसान खुश हैं लेकिन उनके नाम पर दलाली करने वाले काफी परेशान हैं। उन्होंने अब्बाजान का मुद्दा एक बार फिर से उठाया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट की इच्छा रखने वालों को अब्बाजान से परेशानी क्यों है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में धरती पुत्र आए और बेदखल हो गए। किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया। बीजेपी सरकार ने किसानों के हित में काम किए, चीनी मिलों से बकाया गन्ना का भी पेमेंट कराया। वर्षों से लटकी बाढ़ सागर परियोजना के पूरा होने से किसानों को इसका काफी फायदा मिलेगा।
सम्मेलन में विपक्ष पर जमकर साधा निशाना
कमच्छा स्थित बीएचयू के शिक्षा संकाय के चाणक्य सभागार में कैंट विधानसभा क्षेत्र के प्रबुद्ध सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताईं और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब दुनिया भर में लोग काशी, आयोध्या और मथुरा आने में हिचकिचाहट महसूस करते थे। लेकिन, पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में मंदिर निर्माण में प्रत्यक्ष मौजूद रहकर दुनिया के सामने भारत के एजेंडे को रखा है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि दुनिया में उत्तर प्रदेश की छवि दंगा प्रदेश, भ्रष्टाचार समेत खराब माहौल से रहने लायक नहीं थी। उत्तर प्रदेश का नाम सुनकर कई योग्य नौजवानों को बाहर का रास्ता दिखाया जाता था। लेकिन, सबकी सामूहिकता का रिजल्ट है कि उत्तर प्रदेश ने दुनिया में छवि बदली है। आने वाले पांच साल में उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय से अधिक होगी।
प्रदेश के विकास की काशी है धुरी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि काशी प्रदेश के विकास की धुरी है और यहां के विजन को अब देश और दुनिया भी हाथों हाथ लेती है। उन्होंने कोरोना संकट की चुनौतियों का भी जिक्र किया और कहा कि हर मुश्किल में सरकार ने जनहित को सर्वोपरि रखा।
सीएम ने कहा कि सरकारें 1947 से चल रही हैं लेकिन, उनका एजेंडा तय नहीं हो पाता था। यूपी में प्रयागराज कुंभ का सनातन परंपरा के मुताबिक आयोजन और काशी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन ने हमारी मंशा को जाहिर किया। सरकार की नीयत से ही उसकी भावी योजनाओं का पता लगाया जा सकता है।
भव्य काशी विश्वनाथ धाम का सपना साकार
मुख्यमंत्री ने वर्ष 1916 में महात्मा गांधी की काशी यात्रा का जिक्र करते हुए बताया कि उस वक्त बापू ने काशी विश्वनाथ में व्याप्त गंदगी और अव्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा था कि यहां कैसे हिंदू रहते हैं। महात्मा गांधी के नाम पर सत्ता पाने वालों की लंबी लिस्ट है, लेकिन उनके विजन पर चलकर पीएम मोदी ने ही भव्य काशी विश्वनाथ धाम का सपना पूरा किया। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ की भांति मां विंध्यवासिनी का भी भव्य मंदिर निर्माण कराया जा रहा है। अयोध्या और ब्रज में भी काशी के विजन को पूरा किया जा रहा है।