मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को चोलापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की। इस दौरान मुखय्मंत्री ने सीएम आरोग्य मेले का निरीक्षण कर पांच लोगों को गोल्डन कार्ड भी दिए।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत दिमागी बुखार और संचारी रोग की रोकथाम की जाएगी। इसके अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ ही पांच विभाग मिलकर काम करेंगे। 31 मार्च तक चलने वाले अभियान में घर-घर जाकर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जलभराव रोकने, मच्छरों से बचाव आदि के प्रति लोगों को जागरूक करेंगी। सीएम ने सभी को अभियान की सफलता के लिए बढ़चढ़ कर भागीदारी का आह्वान किया।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जाने वाले इस अभियान के लिए शहरी और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों की ओर से माइक्रोप्लान भी तैयार कराया गया है। इधर, शनिवार को अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने वाराणसी पहुंचकर जिलाधिकारी, सीएमओ सहित अन्य अधिकारियों से बातचीत कर तैयारियों का जायजा लिया।
अभियान में पंचायती राज, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग, कल्याण समाज, कृषि एवं सिंचाई विभाग को शामिल किया गया है। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि अभियान की शुरुआत होने के बाद इसे सुचारू रूप से चलाया जाएगा। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स बनाने के साथ ही आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इस दौरान टीबी के मरीज भी खोजे जाएंगे।
दस्तक अभियान, कृमि मुक्ति अभियान का भी होगा शुभारंभ
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के बाद दस मार्च से दस्तक अभियान भी चलेगा। 24 मार्च तक चलने वाले अभियान में लोगों को जागरूक करने के अलावा आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जन्म मृत्यु पंजीकरण से वंचित बच्चों, लोगों का पंजीकरण, दिव्यांग और कुपोषित बच्चों की सूचना भी जुटाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि वाराणसी को छोड़ प्रदेश के 25 जिलों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का भी मुख्यमंत्री शुभारंभ करेंगे। इसमें किशोर और किशोरियों को एलबेंडाजॉल टैबलेट और आयरन की गोलियां भी वितरित की जाएंगी।