देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही झमा झम बारिश से सारे हिल स्टेशन के हालत बहुत ख़राब है। कहीं पे बादल फट रहा है तो कहीं पे भूस्खलन देखने को मिल रहा है। इस प्राकृतिक आपदा की वजह से हज़ारों लोग वहां पे फसे हुए है। पहाड़ी इलाकों के बाद अब मैदानी इलाकों में भी भारी बारिश देखने को मिल रही है। लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते निचले गावों में पानी भरने का डर सता रहा है।
इलाक़े में बाढ़ के आ जाने के डर से लोगों में भी दहशत देखी जा रही है। प्रशासन की बिना कोई मदद लिए लोग बाढ़ से बचने के लिए पहले से ही सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे हैं।
दो दिनों से बड़ी तेज़ी से बढ़ रहा है गंगा का जलस्तर
गंगा नदी के किनारे बसे गावों और इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है कि गंगा नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले दो दिनों में तो गंगा का जलस्तर बहुत तेजी के साथ बढ़ा है। पानी बढ़ने से गंगा किनारे रहने वाले लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित जगहों की तरफ़ जा रहे हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के पश्चिमी भागों में पिछले 24 घंटे में ज्यादातर स्थानों पर बारिश हुई। जबकि पूर्वी हिस्सों में अनेक जगहों पर वर्षा हुई। प्रदेश में धौराहरा (लखीमपुर खीरी) में सबसे ज्यादा 20 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके अलावा औरैया में 14, कालपी तथा बुढ़ाना में 12-12, हमीरपुर शाहजीना , बहेड़ी , बिंदकी में 11-11, घाटमपुर में नौ, मुजफ्फरनगर, नरौरा , उरई के अलावा मैनपुरी में आठ-आठ, एटा, सासनी, नजीबाबाद , मुजफ्फरनगर और फतेहपुर में सात-सात, मुरादाबाद तथा जानसठ में छह-छह, इटावा, नवाबगंज , सहावर , नकुड़ , चिल्ला घाट, बर्डघाट, कर्वी , बारा , कानपुर तथा गाजीपुर में पांच-पांच सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।