दुनिया में सबसे ज्यादा खाये जाने वाले फलों में आम है, इसीलिए आम को फलों का राजा भी कहा जाता है। उसका मीठे आम के सुनहरे गूदे को दुनिया भर में शौक से खाया जाता है। दुनिया का सबसे महंगा आम भारत में नहीं मिलता है।
ताईयो नो तामागो आम की एक ऐसी किस्म है जो सिर्फ जापान के मियाजाकी प्रांत में मिलती है। जापान में हर साल सबसे पहले मिलने वाले इस खास और महंगे आम को बड़े स्तर पर बेचा जाता है। साल 2017 में इस आम के एक जोड़े की बोली दो लाख 72 हजार रुपये तक पहुंच गयी थी।
विशेष ऑर्डर मिलने पर ही की जाती है आम की खेती
इन खास आमों की खेती सिर्फ विषेश ऑर्डर मिलने पर ही की जाती है। इस आम आधा लाल और आधा पीला होता है। जापान में इसे गर्मी और सर्दी के बीच के मौसम में तैयार किया जाता है, इसलिए इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। इस खास आम में मिठास के साथ अनानास और नारियल का हल्का सा स्वाद भी है। आम के पेड़ पर फल आते ही एक-एक फल को जालीदार कपड़े से बांध दिया जाता है। जालीदार कपड़ा इस तरह होता है कि फल पर पूरी तरह से धूप पड़े जबकि जाली वाले हिस्से बचे रहें। इससे आम की रंगत ही अलग होती है।
किसान पेड़ पर लगे आम को नहीं तोड़ते
पकने के बाद फल जाली में ही गिरकर लटकते हैं। पेड़ पर लगे आम को किसान नहीं तोड़ते हैं। किसान का मानना है कि इससे फल का स्वाद और पौष्टिकता चली जाती है। जापानी किसानों की नजरों से देखें तो ताईयो नो तामागो पूरी तरह से पका हुआ फल है। प्रत्येक आम का वजन 350 ग्राम के आसपास होता है। ऐसे में आप सोच सकते हैं कि महज 700 ग्राम आम की कीमत जब ढाई लाख रुपये से ज्यादा है तो एक किलो खरीदने के लिए तो 3 लाख रुपये से ज्यादा है। यह आम बाजार में फलों की दुकानों पर नहीं मिलता बल्कि इसकी बोली लगती है। नीलामी में सबसे ज्यादा कीमत देने वाले के हाथ ये फल लगता है।
तोहफे में दिया जाता है आम
जापानी संस्कृति में इस आम को खास मान्यता मिली हुई है। जापानी लोग इसे तोहफे में देना ज्यादा पसंद करते हैं। माना जाता है कि यह सूरज की रोशनी में तैयार होता है। तोहफा पाने वाले की किस्मत सूरज जैसी ही रोशन हो जाती है। जापान में त्योहार या खास मौकों पर ये आम भी दिया जाता है। जापानी लोग इसे खाते नहीं, बल्कि किसी तरीके से संरक्षित करके सजा देते हैं।