अपने मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय के जरिए शिवसेना ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है। सेना ने महाराष्ट्र की राजनीति को महाभारत की संज्ञा देकर कहा है कि बीजेपी अभिमन्यु बनने की गलती न करे, नहीं तो बेकार में नुकसान उठाना पड़ जाएगा। शिवसेना ने बीजेपी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण ने अपने रथ को दाए से केंद्र की तरफ कर दिया था। उन्होंने अपने रथ को इस स्थिति में किया जिससे वो हर तरफ से अधर्म को पराजित कर सकें। मंगलवार को शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे की मीटिंग का हवाला देकर इसमें लिखा गया कि दोनों के बीच यही रणनीति अपनाने पर सहमति बनने जा रही है। संपादकीय में लिखा गया है कि जब पवार ने सीएम हाउस छोड़ा तो उनके चेहरे की चमक सब कुछ साफ बयां कर रही थी।
संपादकीय में पीएम मोदी के साथ ठाकरे की मीटिंग का भी जिक्र किया गया। सेना का कहना है कि ठाकरे ने पीएम को बता दिया होगा कि महाराष्ट्र में जो भी राजनीतिक गठजोड़ बना है उसकी जिम्मेदार खुद बीजेपी है। अगर बीजेपी ने सेना को इस स्थिति में न धकेला होता तो ये नया फ्रंट तैयार नहीं होने जा रहा था। शिवसेना का कहना है कि वो, एनसीपी और कांग्रेस भगवान श्रीकृष्ण के रथ की तरह से हैं, जो शत्रुओं का दमन करने के लिए रणक्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। इसमें कहा गया कि बीजेपी ईडी, सीबीआई के जरिए सूबे में अस्थिरता पैदा करना चाहती है, लेकिन उसे ध्यान रखना होगा कि चाहें कितने भी नगाड़े बजा लो, होना कुछ भी नहीं है। महा विकास अघाड़ी मजबूत स्थिति में है। संपादकीय में कहा गया कि पवार से मीटिंग के बाद सीएम के चेहरे की चमक बता रही है कि उनके भीतर गहरा आत्मविश्वास पनपा है। कांग्रेस भी बेहद सहज स्थिति में है। जो मीडिया हाउस रोजाना कयास लगा रहे हैं कि राजभवन में नई सरकार शपथ लेने जा रही है तो उन्हें पता होना चाहिए कि बीजेपी का मंसूबा पूरा नहीं हो रहा।