PDP की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) इन दिनों अपने विवादित बयान को लेकर चारो तरफ सुर्खियां बटोर रही हैं. महबूबा मुफ्ती की मांग है कि धारा 370 (Article 370) को फिर से जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में बहाल किया जाए. उनके बयान को सुनकर तो ऐसा लगता है कि महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर को इस देश का हिस्सा मानती ही नहीं हैं. शायद यही कारण है कि वो जम्मू-कश्मीर के अलग झंडे की मांग कर रही हैं और देश के तिरंगे का अपमान कर रही हैं. ये पूरा विवाद तिरंगे को लेकर तब खड़ा हुआ, जब मुफ्ती ने देश का झंडा उठाने से मना किया, और ये कहा कि वो तब तक ये झंडा नहीं उठाएंगी जब तक उन्हें अपना तिरंगा वापस नहीं मिल जाता है.
महबूबा मुफ्ती के इसी बयान पर देशभर में हंगामा मच गया. बीजेपी कार्यकर्ता ये मांग करने लगे हैं कि महबूबा मुफ्ती की गिरफ्तारी हो. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट के वकील ने भी मुफ्ती के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है. इस समय कई दिग्गज नेता महबूबा पर हमलावर होते हुए नजर आ रहे हैं. हाल ही में मुफ्ती के बयान पर गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल (Nitin Patel) ने भी रोष जताया है. उन्होंने सोमवार को मुफ्ती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री को अगर भारत और उसके कानून नहीं पसंद आते हैं तो उन्हें अपने पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान (Pakistan) रवाना हो जाना चाहिए.
दरअसल ये बयान नितिन पटेल ने उस वक्त दिया जब वो वडोदरा के कुराली गांव में उपचुनाव को लेकर एक सभा को संबोधित करते पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह देश की सुरक्षा के लिए नागरिकता संशोधन कानून लाए और अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म कर दिया. यही नहीं आगे पटेल ने ये भी कहा कि, ‘‘महबूबा बीते दो दिनों से अनर्गल बयानबाजी कर रही हैं. इसलिए उन्हें हवाई टिकट खरीदने लेने चाहिए और अपने परिवार के साथ कराची चले जाना चाहिए. ये हर किसी के लिए सही होगा.” यहां तक कि पटेल ने ये तक कह दिया कि, ‘‘यदि वो चाहें तो करजन तालुका की जनता उन्हें हवाई टिकट खरीदने के लिए पैसे भेज देगी.” पटेल ने अपने भाषण में ये साफ शब्दों में कहा कि, ‘‘जिन लोगों को भारत नहीं अच्छा लगता है, या फिर सरकार के बनाए सीएए जैसे कानून और अनुच्छेद 370 को समाप्त करना नहीं पसंद है? उन्हें पाकिस्तान के लिए रवाना हो जाना चाहिए.”