कोरोना वायरस के कहर के चलते रोजगार के अभाव में महानगरों से रूख करके अपने लिए नए ठिकाने की तलाश करने वाले प्रवासी मजदूरों के दुख, दर्द और तकलीफ से मजदूरों को निजात दिलाने के लिए पीएम मोदी आज एक अभियान की शुरूआत करने जा रहे हैं। इस अभियान का नाम गरीब कल्याण रोजगार अभियान है। इस अभियान की शुरूआत पीएम मोदी बिहार के खगड़िया जिले से करने जा रहे हैं। इस अभियान में देेश के 116 जिलों को शामिल किया गया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी इन सभी से मुखातिब होने जा रहे हैं। इस अभियान के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों को उनके घर के आसपास ही 25 तरह के रोजगार दिलाए जाएंगे।
116 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में पहुंचे गांव के कम से कम 25 हजार मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए 50 हजार करोड़ रूपए का बजट आवाटिंत किया गया है। इस अभियान में 25 तरह के कामों को जोड़ा गया है। जिन राज्यों को इस अभियान में शामिल किया गया है वो बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और ओडिशा शामिल हैं। इस अभियान में देश के 32 जिलों को जोड़ा गया है। सरकार का दावा है कि मजदूरों की स्कील मेपिंग करने के बाद ही इस योजना की शुरूआत की गई है।
बताते चले कि यह योजना पीएम मोदी ऐसे समय में लेकर आए हैं, जब पूरा देश कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहा है तो और पिछले दिनों भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों को महानगरों से रूख करके अपने लिए नए ठिकाने की तलाश करनी पड़ी है। इन मजदूरों के पलायन का मुख्य कारण रहा है कि रोजगार का संकट, जिसके चलते यह पलायन करने पर मजबूर हुए हैं। वहीं अब अपने नए ठिकाने में दस्तक देने के बावजूद भी इनके पास रोजगार के ठोस माध्यम मौजूद नहीं है। जिसको ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी का यह अभियान मजदूरों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है। आज पीएम मोदी इस योजना की शुरूआत बिहार के खगड़ियां जिले से करने जा रहे हैं। इस अभियान में अधिकतर उन राज्यों को शामिल किया गया है, जहां पर अधिकांश संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी की यह योजना भी 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ही हिस्सा है। इस योजना के ऐलान के दौरान पीएम मोदी 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मुखातिब होंगे।