प्रदेश की राजधानी लखनऊ, बस्ती, वाराणसी और जौनपुर जिलें में गुरुवार सुबह आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। आयकर विभाग की अलग-अलग टीमों ने कई एक साथ कार्रवाई की हैं। लखनऊ और बस्ती के हर्रैया में जहां भाजपा विधायक अजय सिंह के आवासों को खंगाला गया है। विधायक के गांव लजघटा स्थित घर पर भी आयकर विभाग की लखनऊ और अयोध्या की टीम पहुंची है। बनारस और जौनपुर में होटल कारोबारी के यहां भी आयकर विभाग की छापामारी हुई है। वाराणसी में नाटी इमली स्थित आवास और मलदहिया कटरे पर पहुंची आयकर टीम ने दस्तावेजों को खंगाला और संदिग्ध सामान को साथ लेती गयी। जौनपुर के शाहगंज में विजय जायसवाल के दो भाइयों के यहां भी कारवाई हुई है।
शाहगंज निवासी भाजपा नेता और बड़े शराब ठेकेदार ओमप्रकाश जायसवाल के आवास, फैक्ट्री, फ्लोर मिल, फार्म हाउस समेत पांच स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई है। ओमप्रकाश के छोटे भाई की पत्नी गीता जायसवाल नगर पंचायत शाहगंज की अध्यक्ष हैं। जौनपुर जिले में शराब कारोबारी के घर हुई छापामारी में लखनऊ, वाराणसी और आजमगढ़ की टीम शामिल रही। पुलिस के साथ पहुंची टीम वाराणसी और जौनपुर दोनों जगहों पर आय-व्यय के जुड़े कागजातों की जांच के साथ ही बैंक खातों के लेन-देन और कम्यूटर में दर्ज रिकॉर्डों की जांच कर रही है। संदिग्ध दस्तावेज और कांगजों को अपने पास रख रही है। आयकर विभाग के इन ताबड़तोड़ छापों से यूपी में कई बड़े कारोबारियों, अधिकारियों और नेताओं के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
हर्रैया से विधायक हैं अजय सिंह
आयकर विभाग की छापामारी बस्ती के भाजपा विधायक अजय सिंह के घर हुई है। अजय सिंह हर्रैया सीट से विधायक हैं। विधायक के हर्रैया, लखनऊ और गांव लजघटा स्थित आवासों पर एक साथ कार्रवाई हुई ई। विधायक का लखनऊ के सहारा एस्टेट में भी घर है। विधायक अजय सिंह ने बताया कि यह रूटीन जांच के क्रम में टीम जांच कर रही है। बताया कि वह मौके पर हैं, सर्च अभियान में वह टीम की पूरी मदद कर रहे हैं।
एडिटर इन चीफ के घर भी छापेमारी
छापेमारी की कार्रवाई कथित तौर पर भारत समाचार चैैनल के एक मामले में हो रही है। लखनऊ के साथ ही यह छापेमारी सुबह आठ बजे से जांच एजेंसियां कर रही है। बताया जा रहा है भारत समाचार के एडिटर इन चीफ बृजेश मिश्रा के घर पर भी छापा मारने की कार्रवाई हुई है। चैनल के स्टेट हेड वीरेंद्र सिंह के घर पर भी आईटी की रेड मारी गई है। छापेमारी की कार्रवाई में दावा किया गया कि भारत समाचार के कई कर्मचारियों के घर छापा मारा गया।