आईपीएल 2021 के बायो बबल सिक्योर इन्वायरमेंट में कोरोना वायरस की एंट्री के बाद टूर्नामेंट अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। क्रिकेट के दीवाने, खिलाड़ी उम्मीद कर रहे हैं कि टी-20 लीग के 14वें सीजन के बाकी मुकाबले जल्द खेले जाएंगे। कोरोना की विभीषिका के बीच जल्द आईपीएल का आयोजन सम्भव नहीं दिख रहा है। हालांकि आईपीएल को लेकर यह बात सामने आई है कि इस लीग के बाकी बचे हुए मुकाबले भारत में भी खेले जा सकते हैं।
पूर्व बीसीसीआई सचिव निरंजन शाह ने एक साक्षात्कार में कहा है कि बीसीसीआई को आईपीएल 2021 के बचे हुए 31 मैचों को आयोजित करने के लिए 30 दिनों की विंडो की जरूरत है। बचे मैचों के लिए बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट में बदलाव करके आईपीएल 2021 के लिए जगह बना सकता है। उन्होंने कहा कि आईपीएल को पूरा आयोजित करने की स्थिति तब बनेंगी, जब अगर हम इस साल घरेलू टूर्नामेंट्स को थोड़ी देर में शुरू करें। आईपीएल और घरेलू मैच के बीच को देखना होगा। शाह ने कहा कि अगर इस साल आईपीएल 2021 नहीं हो पाता है तो बोर्ड को काफी नुकसान सहन करना पड़ेगा। बोर्ड ने पहले ही आधे टूर्नामेंट का आयोजन सफलतापूर्वक कर लिया है और आधी जंग जीत ली है। उसे अब शेष मैचों के लिए कुछ और हफ्तों की जरूरत पड़ेगी।
उम्मीद है कि अगले दो-तीन महीनों में परिस्थितियां सुधरेंगी और तब आईपीएल को पूरा करने पर विचार किया जा सकेगा। कोरोना के संक्रमण कम होने पर ही आईपीएल निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई की इस बात पर तारीफ की जानी चाहिए कि उन्होंने इसे संभव बनाया। बोर्ड ने आईपीएल 2021 को भारत में कराकर सही फैसला किया है। उन्होंने लीग के मैचों का समर्थन भी किया। उन्होंने कहा कि आप हर साल इस आईपीएल को यूएई में आयोजित नहीं करा सकते हैं।
पूर्व सचिव ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के लिए आईपीएल के बाकी मुकाबले आयोजित कराने के लिए दो विंडो नजर आये। एक जुलाई में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद और दूसरा सितंबर में भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद। ऐसे में माना जा रहा है कि सितंबर वाली विंडो में ये टूर्नामेंट आयोजित करने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने इन दोनों समय को खिलाड़ियों की उपलब्धता और पूर्व निर्धारित दौरे के आधार पर बनाया है।