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बीजेपी प्रत्याशी अदिति सिंह का प्रियंका गांधी पर तंज, दी ये चुनौती

रायबरेली सदर से बीजेपी की उम्मीदवार अदिति सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर तीखा हमला किया है। उन्होंने जहां प्रियंका गांधी को अपने खिलाफ लड़ने की चुनौती दी है, वहीं कांग्रेस के लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपने को कोरा नारा बताया है। अदिति सिंह ने कहा कि एक बार प्रियंका मेरे खिलाफ लड़ लेंगी तो बहुत कुछ साफ हो जाएगा और यह भी सबको पता चल जाएगा कि रायबरेली अब कांग्रेस का गढ़ नहीं है।

गौरतलब है कि रायबरेली से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यूपी में इसी एकमात्र सीट पर सफलता मिली थी। एक और गढ़ मानी जाने वाली अमेठी सीट से राहुल गांधी बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार गए थे। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में अदिति सिंह ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर रायबरेली से 90 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीता था। अदिति के पिता अखिलेश कुमार सिंह अलग-अलग पार्टियों और निर्दलीय के रूप में रायबरेली सदर से पांच बार विधायक चुने गए थे। 2019 में अखिलेश सिंह के देहांत के बाद अदिति इस बार बिना पिता के साए के अपनी नई पार्टी भाजपा से इस सीट से मैदान में हैं।

एक चैनल से बातचीत में अदिति सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने यह मान लिया था कि अमेठी और रायबरेली की जनता उसके साथ ही रहेगी और कुछ नहीं किया। एक के बाद एक चुनावों में लगातार कांग्रेस को यहां से जीत मिली लेकिन इन दोनों जगहों की जनता के लिए उन लोगों ने कुछ भी नहीं किया। अदिति सिंह ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस बार इतिहास बनेगा और पहली बार रायबरेली सदर में कमल खिलेगा। उन्होंने कहा कि 10 मार्च के परिणाम के बारे में सोचकर मैं उत्साहित हूं।

प्रियंका गांधी के रायबरेली से लड़ने की संभावना के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अदिति ने कहा, “अगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा होगा। हमेशा के लिए कुछ चीजें साफ हो जाएंगी। मैं उनके रायबरेली से लड़ने का स्वागत करूंगी।” जब अदिति से पूछा गया कि क्या आप प्रियंका गांधी को ओपन चैलेंज दे रही हैं तो उन्होंने कहा कि अगर आप इसे ऐसे कहना चाहते हैं तो ये भी सही है। यूपी में महिलाओं को 40 प्रतिशत सीटें देने और कांग्रेस के कैंपेन लड़की हूं लड़ सकती हूं पर भी अदिति ने तंज कसा। उन्होंने कहा, “यह एक राजनीतिक स्लोगन के अलावा कुछ नहीं है क्योंकि जमीन पर कांग्रेस के लिए कुछ भी नहीं है। अगर कांग्रेस सच में इसको लेकर गंभीर है तो उन राज्यों में इसे क्यों लागू नहीं किया गया जहां पार्टी अपेक्षाकृत मजबूत स्थिति में हैं। अन्य राज्यों में तो महिलाओं को 20% टिकट भी नहीं दिए गए। गोवा में पार्टी ने 28 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जिसमें सिर्फ दो महिलाएं हैं।