समाजवादी पार्टी (सपा) परिवार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सेंधमारी कर दी है. पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को बीजेपी ने जिला पंचायत का टिकट दिया है. उन्हें घिरोर के वार्ड नंबर 18 से जिला पंचायत सदस्य पद का प्रत्याशी बनाया गया है. संध्या यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन हैं और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं.
संध्या यादव पिछली बार समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष भी जीती थीं, लेकिन कहा जाता है कि समाजवादी पार्टी के सदर विधायक के इशारे पर इनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव पर इनकी मदद की थी. संध्या यादव के पति पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं और अब बीजेपी ने संध्या यादव को टिकट दिया है.
आपको बता दें कि संध्या यादव 2015 में मैनपुरी की जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं. जुलाई 2017 में समाजवादी पार्टी (सपा) ने ही उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया. इसके पीछे संध्या यादव के पति अनुजेश प्रताप यादव की ओर से फिरोजाबाद में बीजेपी का समर्थन करने की वजह बताई जाती रही है.
संध्या यादव के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर कुल 32 जिला पंचायत सदस्यों में से 23 के हस्ताक्षर थे. बाद में वह भाजपा के साथ जोड़ तोड़कर जिला पंचायत अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचा ले गई थीं. इसके बाद से ही वह बीजेपी के करीब हो गईं और अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.
अब बीजेपी ने संध्या यादव को जिला पंचायत सदस्य का प्रत्याशी बनाया है. अगर वह जीत जाती हैं तो आने वाले समय में जिला पंचायत अध्यक्ष की मजबूत दावेदार बन सकती हैं. संध्या यादव को बीजेपी के साथ ही सपा के कुछ सदस्यों का साथ मिल सकता है. इस वजह से बीजेपी ने संध्या यादव पर दांव चला है.