पश्चिम बंगाल और असम में आज विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन है। आज शाम 5 बजे के बाद पहले चरण के चुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम जाएगा। पश्चिम बंगाल और असम में 27 मार्च को पहले चरण की वोटिंग होगी। शनिवार को बंगाल की 30 और असम की 47 सीटों पर वोटिंग होगी। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में आठ और असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। जबकि दो मई को नतीजों का एलान होगा। आज चुनाव प्रचारा के आखिरी दिन BJP, TMC तमाम पार्टियां पूरी ताकत से चुनाव प्रचार करेगी।
बंगाल में 8 चरणों में मतदान
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की 294 में से पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। जबकि वोटों की गिनती 2 मई को होगी। पश्चिम बंगाल में 2016 में 77,413 चुनाव केंद्र थे, अब यहां 1,01,916 चुनाव केंद्र बनाए गए हैं।
टीएमसी और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव में मुख्य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के बीच माना जा रहा है। बंगाल में वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है और ममता बनर्जी मुख्यमंत्री हैं। पिछले चुनाव में ममता की टीएमसी ने सबसे ज्यादा 211 सीटें, कांग्रेस ने 44, लेफ्ट ने 26 और बीजेपी ने मात्र तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि अन्य ने दस सीटों पर जीत हासिल की थी। यहां बहुमत के लिए 148 सीटें चाहिए।
असम में 3 चरणों में होंगे चुनाव
गौरतलब है कि असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणों में मतदान होना है। जबकि वोटों की गिनती 2 मई को होगी। असम में 2016 विधानसभा चुनाव में 24,890 चुनाव केंद्र थे, 2021 में चुनाव केंद्रों की संख्या 33,530 होगी।
बीजेपी और कांग्रेस में मुख्य टक्कर
आपको बता दें कि 2016 के चुनाव में 126 विधानसभा सीटों वाले असम में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। राज्य में बीजेपी- 61 कांग्रेस- 25, असम गण परिषद- 14, एआईयूडीएफ- 13 बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट- 12 और एक निर्लदीय सदस्य हैं। बीजेपी ने असम गण परिषद, बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट और निर्दलीय विधायक के समर्थन से सरकार बनाई।