मध्य प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में फसलों के नुकसान (Crop Loss) के बावजूद किसानों को मुआवजा नहीं मिल पा रहा है. इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है. मुआवजा न मिलने के केस जबलपुर में भी आए हैं. जिसके खिलाफ एक किसान ने यहां की शहपुरा तहसील कार्यालय अनोखा प्रदर्शन किया. मामला अरहर की फसल में पाला लगने के कारण किसान को हुए नुकसान से जुड़ा हुआ है. जंग बहादुर सिंह नामक किसान तहसील के एंट्री गेट पर खराब फसल रखकर उस पर लेट गया. आरोप है कि नुकसान के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पटवारी ने आकलन नहीं किया है.
क्षेत्र में हजारों किसानों की अरहर की फसल खराब हुई है. किसानों ने जल्द सर्वे नही होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. शहपुरा थाना क्षेत्र के किसान जंग बहादुर सिंह की अरहर की फसल बीते दिनों ज्यादा ठंड पड़ने के कारण पाला लगने से खराब हो गई थी. अपनी खराब फसल का मुआवजा (Compensation) देने की मांग को लेकर एक दिन पहले ही जंग बहादुर सिंह ने तहसील कार्यालय में लिखित ज्ञापन दिया है. तत्काल सर्वे कर फसल के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की थी. लेकिन कोई सुनवाई न होते देख अरहर की खराब फसल लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे और प्रवेश द्वार पर बिछाकर उसी पर लेट गए.
परेशान किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
किसानों का कहना है कि एक सप्ताह से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और जिला प्रशासन फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे का काम भी पूरा नहीं कर पाया. दूसरी तरफ किसानों को अगली फसल के लिए फिर से लागत लगानी पड़ रही है. ऐसे में किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है. परेशान किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा नहीं दिया जाता है तो आने वाले दिनों में क्षेत्र के सैकड़ों किसान मिलकर तहसील कार्यालय के सामने इसी प्रकार धरना प्रदर्शन करेंगे. फसल नुकसान के बाद मुआवजा मिलने में देरी कोई नहीं बात नहीं है. अधिकारियों की लापरवाही से ऐसे केस अक्सर देखने को मिलते रहते हैं. जिससे किसान परेशान होते हैं.
अधिकारियों का दावा-सर्वे का काम जारी
एसडीएम अनुराग सिंह का कहना है कि फसलों के नुकसान के सर्वे का काम लगातार जारी है. इसमें समय लगता है. सर्वे का काम पूरा होते ही किसानों को मुआवजे का भुगतान करवा दिया जाएगा. अधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द सर्वे कराने के आश्वासन के बाद किसान ने धरना तो खत्म कर दिया.