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आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी जाएगी रिपोर्ट, हादसे में CDS समेत मारे गए थे 14 लोग

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के पिछले महीने हेलिकॉप्टर क्रैश मामले की जांच की रिपोर्ट आज बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंप दी जाएगी. इस हादसे में सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 14 सुरक्षा अधिकारियों की मौत हो गई थी. ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की 1 हफ्ते बाद मौत हो गई थी.

आज सुबह करीब 11 बजे सीडीएस हेलिकॉप्टर दुर्घटना में तीनों सेनाओं के पूछताछ के प्रमुख (एयर मार्शल मनविंदर सिंह) के साथ भारतीय वायुसेना प्रमुख रक्षा मंत्री को रिपोर्ट की जानकारी देंगे और उसे सौंपेंगे. राजनाथ सिंह के लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले उन्हें संक्षिप्त जानकारी दी जाएगी.

8 दिसंबर को हुआ था हादसा

भारतीय वायु सेना (Indian airforce) के नेतृत्व में हेलिकॉप्टर हादसे की जांच कर रही ट्राई सर्विस जांच दल बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रेजेंटेशन देगी और पूरे मामले पर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी. पिछले महीने 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 सुरक्षा अधिकारियों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद वायु सेना ने घटना की जांच के आदेश दिए थे.

तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे की जांच कर रही टीम का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Air Marshal Manvendra Singh) कर रहे हैं और इसमें सेना तथा नौसेना के दो ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी शामिल हैं.

हादसे में 14 लोग मारे गए थे

रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी जाने वाली प्रेजेंटेशन के दौरान भारतीय वायुसेना के शीर्ष अधिकारियों के अलावा रक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे. सूत्रों ने यह भी बताया कि मामले की जांच कर रही ट्राई सर्विस टीम ने कई वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों को लेकर जा रहे हेलिकॉप्टर के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर को रिवाइस करने की सिफारिश भी की है.

पिछले महीने 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 13 अन्य सैन्य अधिकारी एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर सवार थे. ये सभी लोग वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे, लेकिन यहां पहुंचने से कुछ मिनट पहले ही हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया. हादसे में जनरल रावत समेत 12 लोग घटनास्थल पर ही मारे गए जबकि हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अस्पताल में 7 दिन जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ने के बाद निधन हो गया.