भारत दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। यह मुलाकात इस लिहाज से भी अहम है कि ब्ल्न्किन प्रधानमंत्री मोदी व विदेशी मंत्री डॉ. एस जयशंकर से पहले अजीत डोभाल से मिले और दोनों के बीच करीब सवा घंटे तक बातचीत हुई। मिली जानकारी के अनुसार डोभाल ब्लिन्कन के बीच बातचीत में क्षेत्र में टकराव से जुड़े सभी जटिल मुद्दों पर चर्चा हुई। अजीत डोभाल और ब्लिंकन के बीच अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात और तेजी से प्रभाव बढ़ा रहे तालिबान पर लंबी चर्चा होने की खबर है। दोनों के बीच पाकिस्तान और सीमा पार आतंकवाद के बारे में भी चर्चा हुई। इसके साथ ही बाइडेन सरकार और मोदी सरकार के बीच सभी क्षेत्रों में आपसी संबंधों और सामरिक संबंधो को और मजबूत करने पर भी सहमति बनी।
वहीं एंटनी ब्लिंकन ने सुबह में भारत में सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद ब्लिंकन ने ट्विटर पर कहा कि अमेरिका और भारत लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हैं। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि मुझे आज सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों से मिलकर खुशी हुई। यह हमारे संबंधों की बुनियाद का हिस्सा है और भारत के बहुलवादी समाज और सद्भाव के इतिहास को दर्शाता है, नागरिक संस्थाएं इन मूल्यों को बढ़ावा देने में मदद करती हैं। एंटनी ब्लिंकन अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे सुरक्षा परिदृश्य, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भागीदारी को बढ़ावा देने और कोविड-19 महामारी से निपटने के प्रयासों समेत अन्य विषयों पर बातचीत के व्यापक एजेंडे के साथ दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार शाम को दिल्ली पहुंचे।
अमेरिकी विदेश मंत्री का पदभार संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा है और जनवरी में सत्ता में आने के बाद जो बाइडेन प्रशासन के किसी उच्च पदस्थ अधिकारी की यह तीसरी यात्रा है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबानियों ने वहां कब्जा करना शुरू कर दिया है।