बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में एक बिल्ली (cat ) ने 50 हजार से अधिक की आबादी (sweat of 50 thousand people) के पसीने छुड़ा दिए। भीषण गर्मी (scorching heat) में लोग पंखे, एसी की हवा के लिए तरस गए। शहर में लोड बढ़ते ही तार टूटने, जंफर कटने और फ्यूज उड़ने के कारण बिजली की कटौती (power cut) अमूमन होती है, लेकिन राजेन्द्र नगर और कदमकुआं इलाके में मंगलवार की देर रात दस बजे से 11 बजे के बीच बिल्ली के कारण बिजली गुल (power failure due to cat) रही।
राजेन्द्रनगर ब्लॉक 4 में एक बिल्ली ट्रांसफार्मर पर आकर कूद गई। इसके कारण ट्रांसफार्मर में जोर का धमाका हुआ और बिजली गुल हो गई। बिल्ली की भी ट्रांसफार्मर पर ही मौत हो गई। बिल्ली के कूदने से ट्रांसफार्मर का दो एचटी फ्यूज टूट गया। ओवरब्रिज फीडर बंद हो गया। इससे 40 से अधिक आपूर्ति ट्रांसफार्मरों की बिजली ठप पड़ गई। इससे तकरीबन एक हजार से अधिक घरों में बिजली की आंखमिचौली कई दफा होती रही।
पेसू के कर्मियों ने काफी मशक्कत बाद बिल्ली को ट्रांसफार्मर से निकाला और 11 बजे के बाद बिजली संचालन सामान्य किया जा सका। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इसके पहले भी बीते शनिवार की देर रात कदमकुआं इलाके में लक्ष्मी कॉम्पलेक्स के सामने 440 वोल्ट के तार पर बिल्ली छलांग लगा दी थी। इसके कारण तार में आग लग गई और तार टूटकर गिर गया। यह घटना देर रात 12.20 बजे हुई थी। इससे सवा घंटे बिजली बाधित हुई थी।
बिजली की मांग 643 मेगावाट हुई
गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार की देर रात 12 बजे बिजली की मांग 643 मेगावाट चली गई। बुधवार की दोपहर 3 बजे 619 मेगावाट मांग रही। शहर के अलग-अलग इलाके में बिजली की ट्रिपिंग बढ़ गई। दोपहर के साथ ही रात में ट्रीपिंग हो रही है। इससे राजधानीवासी गर्मी में परेशान हो रहे हैं। शहर के हनुमान नगर, गांधी नगर, संजय गांधी नगर, एचआईजी कॉलोनी, बहादुरपुर, भागवत नगर, नाला रोड, अशोक राजपथ, फुलवारीशरीफ, नेहरूनगर, पुनाईचक, खगौल, दानापुर समेत अन्य इलाके में दिन के अलावा रात में कई दफा ट्रिपिंग हुई। पेसू के अनुसार कवर तार लगने और ट्रांसफार्मर अतिरिक्त लगने के बाद ट्रिपिंग रुकेगी। खुले तार होने से लोड अनियंत्रित हो जाता और ट्रिपिंग की नौबत आती है।