जागरण समूह के चेयरमैन तथा जागरण परिवार के मुखिया व संरक्षक योगेन्द्र मोहन का शुक्रवार को कानपुर में स्वर्गवास हो गया है। उनकी अंत्येष्टि शनिवार को कल कानपुर में ही गंगा नदी तट पर पूर्वाह्न में होगी। अभी उनकी पार्थिव देह कानपुर में पूर्ण निवास, तिलक नगर में सभी के दर्शनार्थ रखी गई है। योगेन्द्र मोहन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘दैनिक जागरण समूह के चेयरमैन योगेन्द्र मोहन गुप्ता जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना कला, साहित्य और पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ॐ शांति!’
योगेन्द्र मोहन बीमार चल रहे थे। 83 वर्षीय योगेन्द्र मोहन जी ने शुक्रवार सुबह एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। योगेन्द्र मोहन को सभी स्नेह, प्यार और आदर से सोहन बाबू कहते थे। योगेन्द्र मोहन का जन्म उनका जन्म 14 दिसंबर 1937 को हुआ था। वह अपने दौर की सर्वोत्कृष्ट पत्रिका कंचनप्रभा के संपादक भी रह चुके थे। वह कुछ समय से अस्वस्थ थे। कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी उनका अविस्मरणीय योगदान रहा। कानपुर में लक्ष्मीदेवी ललित कला अकादमी की स्थापना का श्रेय उन्हें ही है। वह एक उत्कष्ट कवि भी थे। उनकी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हुईं। उन्होंने पत्रकारिता के साथ एडवरटाइजिंग को नई विधा दी।