बहुजन समाज पार्टी (BSP) मुखिया मायावती (Mayawati) ने अग्निपथ योजना को लेकर (About Agneepath Scheme) कहा कि इस नई भर्ती से देश के युवा वर्ग में फैली बेचैनी (Uneasiness among the Youth of the Country) अब निराशा उत्पन्न कर रही है (Now Frustrating) । सरकार (Government) तुरन्त फैसले पर (On the Decision) पुनर्विचार करे (Should Reconsider) ।
बसपा प्रमुख मायावती ने गुरूवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि सेना में काफी लम्बे समय तक भर्ती लम्बित रखने के बाद अब केन्द्र ने सेना में चार वर्ष की अल्पावधि वाली अग्निवीर नई भर्ती योजना घोषित की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की इस प्रक्रिया को लुभावना व लाभकारी बताने के बावजूद देश का युवा वर्ग असंतुष्ट एवं आक्रोशित है। बड़ी संख्या में युवा सेना भर्ती व्यवस्था को बदलने का खुलकर विरोध कर रहे हैं।
मायावती ने कहा कि सेना व सरकारी नौकरी में पेंशन लाभ आदि को समाप्त करने के लिए ही सरकार सेना में जवानों की भर्ती की संख्या को कमी के साथ-साथ मात्र चार वर्ष के लिए सीमित कर रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की श्अग्निवीरश् घोर अनुचित तथा गरीब व ग्रामीण युवाओं व उनके परिवार के भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ है।
बसपा मुखिया ने कहा कि देश में लोग पहले ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी एवं सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यशैली आदि से दु:खी व त्रस्त हैं, ऐसे में सेना में नई भर्ती को लेकर युवा वर्ग में फैली बेचैनी अब निराशा उत्पन्न कर रही है। बसपा की यह मांग है कि सेना में भर्ती के मामले में केन्द्र सरकार तुरन्त अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने बीते मंगलवार को सरकार ने सेना में दशकों पुरानी भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की घोषणा की। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार वर्ष की संक्षिप्त अवधि के लिए संविदा आधार पर करने का प्रावधान है। इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस वर्ष करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इनको अग्निवीर नाम दिया गया है।