आम आदमी की जेब ढीली होने के बाद अब किचन पर मंहगाई की मार लगातार बढ़ती ही चली जा रही है. सब्जियों व दालों की कीमतों के बाद अब चीनी, दूध और चाय पत्ती के दामों में भी भारी इजाफा देखने को मिला है. साल के आखिरी महीने दिसंबर में चीनी की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई है. उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आकंड़ों के मुताबिक, देश के खुदरा बाजार में चीनी का औसत मूल्य 30 नवंबर को 39.68 रुपये प्रति किलो था जो 7 दिसंबर को बढ़कर 43 रुपये 38 पैसे हो गया है. वहीं खुली चाय के रेट में भी 11.57 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. अब खुली चाय पत्ती का रेट 238.42 रुपये से बढ़कर 266 रुपये हो गया है.
दूध की कीमतों में भी तेजी
चीनी और चायपत्ती के अलावा दूध के भाव में भी तेजी देखने को मिली है. दूध में 7 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है. जिस वजह से दूध 46.74 रुपये से बढ़कर 50 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
टमाटर भी महंगा
बता दें, आम आदमी पर महंगाई की मार बढ़ती ही जा रही है. खाने-पीने की चीजें ही मंहगी हो रही है. इन दिनों टमाटर भी महंगा हुआ. 30 नवंबर के बाद से 7 दिसंबर तक टमाटर 37.87 फीसदी महंगा हुआ है. जिस कारण टमाटर का भाव करीब 49.88 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है.
खाद्य तेलों में गिरावट
खाने की चीजों में बढ़ोतरी के अलावा खाद्य तेलों की कीमत में गिरावट आई है. पाम तेल का भाव 102 रुपये से फिसलकर 92 रुपये हो गया है, सूरजमुखी तेल का भाव 124 रुपये से गिरकर 123 रुपये, मूंगफली तेल 156 से गिरकर 145 रुपये और सरसों तेल 135 से गिरकर 132 रुपये प्रति लीटर हो गया है. जबकि सोया तेल की कीमतों में 6 फीसदी तक का इजाफा देखने को मिला है.
गेंहू, चावल और आटा सस्ता
दूध, चीनी, चायपत्ती महंगा हुआ है लेकिन आम आदमी को गेंहूं, चावल और आटे की कीमतों में राहत मिली है. मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों की मानें तो, गेहूं के भाव में करीब 19.45 फीसदी की गिरावट आई है. इससे गेंहू 29 रुपये गिरकर 24 रुपये हो गया है और खुदरा बाजार में आटे के भाव 32 रुपये से गिरकर 28 रुपये हो गए हैं. इसके अलावा चावल, चना और उड़द दाल की कीमतों में भी गिरावट आई है.