अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। जहां एक तरफ अमेरिका चीन को उसके अड़ियल रवैये के लिए खरी-खोटी सुना रहा है। तो वहीं, कोरोना वायरस के बाद अमेरिका ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी कड़ी में अब अमेरिका ने चीन के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। दरअसल अमेरिका (America) ने शिनजियांग में मानवाधिकार हनन के मामले में चीन पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकार हनन के लिए चीन के पश्चिम शिनजियांग क्षेत्र के अर्द्धसैन्य संगठन के चीफ और उसके कमांडर पर BAN लगा दिया है।
चीन पर उठाए कदम की जानकारी ट्रंप सरकार के विदेश और वित्त विभाग ने की। वित मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने एक बयान में कहा, ‘अमेरिका शिनजियांग और दुनियाभर में मानवाधिकारों के उल्लंघनकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराने के लिए अपनी वित्तीय शक्तियों का पूरी तरह इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबद्ध है।’ वहीं, इस मामले पर विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा, ‘दो अधिकारियों कमांडर पेंग जियारुई और पूर्व जिनलोंग पर भी अमेरिकी वीजा पाबंदियां लगेंगी। ट्रंप प्रशासन ने पहले भी शिनजियांग में अन्य अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए थे।’ वहीं, इस कार्रवाई के बाद अमेरिका में बैन संगठन और व्यक्तियों की प्रॉपर्टी को कुर्क किया जा सकता है।
इसके अलावा अमेरिका ने चीन पर डिजिटल स्ट्राइक करने की तैयारी कर ली है। भारत के बाद अब अमेरिका भी चीन की कई पॉपुलर ऐप को बैन कर सकता है। इस लिस्ट में चीन की मशहूर ऐप टिकटॉक शामिल है। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान भी सामने आया है। ट्रंप ने कहा कि एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के साथ 24 घंटे में अमेरिका में टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। हमारा प्रशासन इस ऐप को बैन करने के लिए मूल्यांकन कर रहा है। एक प्रचलित चीनी वीडियो ऐप अब राष्ट्रीय सुरक्षा और सेंसरशिप के मुद्दे का एक स्रोत बन गई है।