गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक और पैरालिंपिक में भाग लेने वाली छह महिला खिलाड़ियों में से प्रत्येक को 10-10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। राज्य के पूरे इतिहास में यह पहला मौका है जब स्पोर्ट्स मेगा इवेंट में देश की छह महिला खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
इन खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए गुजरात सरकार ने उन्हें 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का फैसला किया। रूपाणी ने गुजरात की सभी छह बेटियों को अपनी शुभकामनाएं भी भेजीं और आशा व्यक्त की कि वे राज्य को गौरव दिलाएं।
अहमदाबाद की माना पटेल 100 मीटर बैकस्ट्रोक इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। 21 वर्षी इस खिलाड़ी के नाम 180 से अधिक पदक हैं, जिसमें 25 अंतरराष्ट्रीय, 72 राष्ट्रीय और 82 राज्य स्तर की उपलब्धियां शामिल हैं।
अंकिता रैना ने टेनिस और इलावेनिल वलारिवन ने निशानेबाजी के लिए क्वालीफाई किया है। अन्य तीन महिलाओं ने पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। बैडमिंटन के लिए गांधीनगर की पारुल परमार, पैरा टेबल टेनिस के लिए भावना पटेल और पैरा टेनिस के लिए सोनल पटेल के नाम इस सूचि में सामिल है।
इन खेलों में गुजरात का अंतिम प्रतिनिधि 1960 के रोम ओलंपिक में हॉकी खिलाड़ी गोविंदराव सावंत ने किया था। इससे पहले, शंकरराव थोराट ने 1936 के ओलंपिक में कुश्ती में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।