दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर पथराव हुआ. उपद्रवियों ने यहां आगजनी भी की. तलवार और गोलियां भी चलीं. इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, इलाके में तनाव है, लेकिन हालात पर काबू पा लिया गया है. वहां RAF की दो कंपनियां तैनात की गई हैं. दिल्ली के तमाम संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात है और यहां हाई अलर्ट है. पुलिस ने संदेह जताया है कि फायारिंग की गई है. एक पुलिसकर्मी फायरिंग में घायल भी हुआ है. स्थानीय लोगों के मुताबिक छह राउंड फायरिंग हुई. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. जहांगीरपुर के जिस इलाके में शोभायात्रा के दौरान शाम को उपद्रव हुआ, उस इलाके से सुबह में शोभायात्रा शांतिपूर्ण तरीके से निकली थी.
शाम 5 बजकर 40 मिनट पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान उपद्रव की शुरुआत हुई. ये वह समय है जब लोग इफ्तार से पहले नमाज अदा करने जा रहे थे. झड़प की शुरुआत मस्जिद से ठीक पहले हुई. जब ये शोभायात्रा मस्जिद के करीब पहुंची, लोग नारे लगाने लगे और तेज आवाज में म्यूजिक बजाया जाने लगा. आरोप ये भी है कि मस्जिद के अंदर भगवा झंडा लगाने की भी कोशिश की गई. वहीं दूसरे पक्ष ने इन आरोपों को साफ-साफ खारिज किया है. दूसरे पक्ष का कहना है कि हर जगह शोभायात्रा को टारगेट किया गया.
कुछ स्थानीय लोगों का भी कहना है कि तेज आवाज में संगीत की वजह से शोभायात्रा रोकी गई और कहासुनी के बाद झड़प हो गई. एक पक्ष का कहना है कि सुबह के समय जब इसी इलाके से शोभायात्रा निकली और किसी तरह की कोई झड़प नहीं हुई तो फिर वे शाम के समय शोभायात्रा को क्यों रोकेंगे? वहीं, पुलिस को कुछ और ही शक है. पुलिस को फायरिंग का संदेह है. एक पुलिस अधिकारी को गोली लगी भी है. फायरिंग को लेकर पुलिस अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि छह राउंड फायरिंग हुई.
पुलिस को ये भी शक है कि हो सकता है कि पत्थर, घरों की छत पर पहले से ही जमा किए गए हों. घरों की छत पर पत्थर जमा किए जाने के निशान तलाशने के लिए पुलिस ड्रोन का सहारा ले रही है. पुलिस को ये भी उम्मीद है कि यदि घरों की छतों पर जमा करके पत्थर अब भी रखे गए होंगे तो ड्रोन की मदद से उन्हें खोज निकाला जा सकेगा. गौरतलब है कि जहांगीरपुरी में हुए उपद्रव के दौरान दोनों तरफ से भारी पथराव किया गया था.