दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर हुई हिंसा में घायल हुए दिल्ली पुलिस के SI मेदा लाल से पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने मुलाकात की है. राकेश अस्थाना ने रविवार रात जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर मेदा लाल से उनके आवास पर जाकर उनका हालचाल जाना. उन्होंने विभाग की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया.
राकेश अस्थाना ने मेदा लाल को बताया किया कि पूरी फोर्स को उनके साहस और कर्तव्य की भावना पर गर्व है. मेदा लाल ने अनियंत्रित भीड़ को जल्दी से नियंत्रित करने में मदद की. बता दें कि जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी होने से हिंसा भड़क उठी. हिंसा में मेदा लाल भी घायल हो गए. उनके हाथ में चोट आई. मामले में पुलिस अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस को इन आरोपियों के पास से तीन पिस्टल और पांच तलवार बरामद किया है.
शोभायात्रा के दौरान गोली चलाने वाले शख्स असलम को भी गिरफ्तार किया गया है. असलम के पास से दिल्ली पुलिस ने पिस्तौल भी बरामद कर ली है. आरोप है कि उसने पिस्तौल से जुलूस पर गोली चलाई थी. अंसार का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. जिसमें वह चाकू लेकर घूम रहे एक युवक से चाकू न लेकर घूमने की बात कर रहा है.
इस बीच, जहांगीरपुरी हिंसा पर संज्ञान लेने की मांग करते हुए एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है. इसमें कहा गया है कि शोभायात्रा निकालने वालों ने भड़काऊ हरकतें कीं. इसके चलते हिंसा हुई, लेकिन पुलिस ने अब तक सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि मामले में जिन 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनके नाम अंसार, असलम, जाहिद, शहजाद, मुख्तयार अली हसन, मोहम्मद अली, आमिर, अक्सर, नूर आलम, जाकिर, अकरम, इम्तियाज, अहिर, मोहम्मद अली, शेख सौरभ, सूरज, नीरज, सुकेन, सुरेश, सुजीत सरकार और सलीम चिकना हैं.