पिता की ओर से दी गई शिकायत में बताया गया था कि 27 अक्टूबर को कुख्यात अपराधी श्यामलाल डांगोरिया उर्फ श्यामा ने उसकी बेटी का रात करीब 10 बजे अपहरण कर लिया और इसके बाद एक होटल में अपने साथियों के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया. वहीं युवती की मौत के बाद आक्रोशित लोगों की भीड़ अस्पताल के सामने इकट्ठा हो गई और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने पुलिस से अन्य आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.
गैंगरेप के बाद मारपीट
बताया जा रहा है कि गैंगरेप और मारपीट के बाद आरोपी पीड़ित युवती को अगले दिन गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती करवाकर वहां से फरार हो गया. इसके बाद युवती के परिजन जवाहर लाल नेहरू अस्तपाल पहुंचे. परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ बुरी तरह मारपीट की गई है और उसके शरीर पर कई जगह चोट के गहरे निशान मिले हैं. वहीं परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अगवा कर मारपीट करने और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है.
पुलिस की पकड़ में मुख्य आरोपी
वहीं घटना के बाद पुलिस ने वारदात में शामिल मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश की जा रही है. घंटाघर पुलिस थाना एसएचओ ने बताया कि पीड़िता के पिता ने 28 अक्टूबर को हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था. वहीं युवती की हालत गंभीर होने के बाद 2 नवंबर को उसकी मौत हो गई.
वहीं डीएसपी का कहना है कि हम मामले में धारा 376डी और 302 भी जोड़ रहे हैं और अन्य लोगों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा युवती की मौत के बाद गुस्साए समाज के लोग 11 बजे बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव नहीं उठाने की घोषणा कर दी जिसके बाद सीओ छवि शर्मा ने उन्हें आरोपी को गिरफ्तार करने की सूचना दी और इसके बाद शव लेने पर सहमति बनी.